धर्म छोटे बड़े नहीं होते, जानते तो लड़े नहीं होते: गीतकार विनोद श्रीवास्तव
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। महादेवी स्मृति पीठ के तत्वाधान में महादेवी वर्मा की जयंती पर वरिष्ठ साहित्यकार डॉ0 संतोष पाण्डेय की पुस्तक मृत्यु और मोक्ष का लोकार्पण किया गया।
मोहल्ला नुनहाई स्थित राष्ट्रीय कवि डॉ0 शिवओम अंबर के आवास पर आयोजित काव्य गोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में कानपुर से आए वरिष्ठ गीतकार विनोद श्रीवास्तव, डॉ0 रजनी सरीन, डॉ0 शिवओम अंबर ने सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। वरिष्ठ गीतकार विनोद श्रीवास्तव ने धर्म छोटे बड़े नहीं होते, जानते तो लड़े नहीं होते उन्होंने एक खामोशी हमारे बीच तुम कहो तो तोड़ दूं पल में गीत पढ़ा।
समीक्षक प्रोफेसर रामबाबू मिश्र रत्नेश ने कहा कि मृत्यु और मोक्ष आध्यामिक चेतना का केंद्र विंदू है यह सार्थक कृति समाज में आध्यात्मिक चेतना का प्रवाह भरने का कार्य करेगी। पुस्तक के लेखक डॉ0 संतोष पाण्डेय ने कहा कि मेरी उपरोक पुस्तक में आध्यामिक कृपा का प्रसाद शब्दों में वर्णित हैं मृत्यु पर विजय और मोक्ष को घटित करने वाले नुस्खे इस पुस्तक में वर्णित हैं। पुस्तक में भक्ति, योग, वेदांत, कर्मयोग के माध्यम से मृत्यु व मोक्ष का वर्णन किया गया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता डा0 रजनी सरीन ने की। संचालन एवं संयोजन राष्ट्रीय कवि डॉ0 शिवओम अंबर ने किया। इस अवसर राजन माहेश्वरी, रमेश चंद्र त्रिपाठी, अनुपमा शर्मा, गीता भारद्वाज, भूपेन्द्र प्रताप सिंह, भारती मिश्रा, राम अवतार शर्मा इंदु, उत्कर्ष अग्निहोत्री, ब्रज किशोर सिंह किशोर, वैभव सोमवंशी, निहारिका पटेल आदि लोग मौजूद रहे।
साहित्यकार डा0 संतोष पाण्डेय की पुस्तक मृत्यु और मोक्ष का हुआ लोकार्पण
