पाकिस्तान के झेलम में जमात-उद-दावा कमांडर और हाफ़िज़ सईद के भतीजे अबु क़ताल को मार गिराया गया है. वह कई आतंकवादी हमलों, विशेष रूप से 2024 के रियासी आतंकी हमले में शामिल था. इसी की निगरानी में इस हमले को अंजाम दिया गया था. इस घटना के बाद क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. नदीम को अबु कताल के नाम से भी जाना जाता है. ये जमात-उद-दावा कमांडर और हाफिज सईद का भतीजा है और बेहद खास है. पाकिस्तान के झेलम में इसके मारे जाने की खबर है. मंगला बाईपास के पास उसकी और उसके एक साथी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. अज्ञात मोटरसाइकिल सवारों ने उनकी वीगो गाड़ी पर गोलीबारी की, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और एक घायल हो गया.
पुलिस ने बताया कि हमलावर भागने में सफल रहे, जबकि शवों और घायलों को अस्पताल ले जाया गया. अधिकारियों के मुताबिक, पीड़ितों को विशेष रूप से निशाना बनाया गया था. अबु कताल पिछले 25 सालों से कश्मीर के कोटली में रह रहा था. घटना के बाद दीना, मंगला और जिले के दूसरे हिस्सों में सुरक्षा को हाई-अलर्ट पर रखा गया है इस हमले में हाफिज सईद की हत्या नहीं हुई है, फिलहाल, वो वह लाहौर में हैं.
मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के दिन हुआ था हमला
9 जून 2024 को हुए इस हमले में 9 यात्रियों की मौत और 41 घायल हो गए। जिस दिन हमला हुआ था। उसी दिन केंद्र में नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ले रहे थे। एक तरफ मोदी का शपथ समारोह चल रहा था तो दूसरी तरफ आतंकियों ने बस पर अंधाधुंध गोलीबारी की।
राजौरी हमले में 7 लोगों की गई थी जान
एक जनवरी, 2023 को राजौरी जिले के ढांगरी गांव में आतंकवादी हमला हुआ था. उसके अगले दिन आईईडी ब्लास्ट हुआ था. इन हमलों में दो बच्चों समेत सात लोग मारे गए थे और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इस मामले में एनआईए ने जिन 5 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी, उनमें तीन पाकिस्तानी आतंकी भी शामिल थे.
NIA ने किन आतंकियों के खिलाफ दायर की चार्जशीट?
एनआईए ने अपनी चार्जशीट में लश्कर के तीन आतंकियों को इस हमले का मास्टरमाइंड बताया. जिनकी पहचा सैफुल्लाह उर्फ साजिद जट्ट, मोहम्मद कासिम और अबू कताल उर्फ कताल सिंघी के रूप में हुई. अबू कताल और साजिद जट्ट तो पाकिस्तानी नागरिक थे, जबकि कासिम 2002 के आसपास पाकिस्तान चला गया था और वहां आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हो गया था.
हाफिज सईद का करीबी था अबू कताल
आतंकी अबू कताल, हाफिज सईद का बेहद करीबी माना जाता था. हाफिज मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड है. 26/11 मुंबई अटैक में 166 लोगों की मौत हुई थी. लश्कर के करीब 10 आतंकियों ने मुंबई में अलग-अलग जगहों पर हमला किया था.
रियासी हमले का मास्टरमाइंड था अबू कताल
अबू कताल की बात करें तो इसने बीते 9 जून को जम्मू-कश्मीर के रियासी में शिव-खोड़ी मंदिर से लौट रहे तीर्थयात्रियों से भरी बस पर हमला किया था. इसके अलावा कश्मीर में कई बड़े हमलों का मास्टरमाइंड भी अबू कताल को माना जाता है. एनआईए ने 2023 के राजौरी हमले में अबू कताल को ही जिम्मेदार ठहराया था.
हाफिज सईद के मारे जाने की खबर
अबु कताल के मारे जाने के बीच ऐसी खबरें सामने आ रही थीं कि इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा (जेयूडी) के संस्थापक हाफिज सईद के भी हत्या कर दी गई है, लेकिन कहा जा रहा है कि वो लाहौर में सुरक्षित है. हाफिज सईद भारत में किए गए कई आतंकी हमलों में शामिल रहा है. 26/11 मुंबई हमले का करता-धरता हाफिज सईद है.