किशनगंज जिले के बेलवा गांव में सोमवार को एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) की टीम पर एक सनसनीखेज हमला हुआ। यह घटना उस समय हुई जब SSB की 19वीं बटालियन की टीम करेंसी तस्करी की सूचना पर कार्रवाई करने पहुंची थी। तस्करों का पीछा कर जब जवानों ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की, तभी वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने जवानों को घेर लिया और उन पर हमला कर दिया। घटना के दौरान स्थानीय लोगों ने SSB के पांच जवानों को बंधक बना लिया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। जवानों पर अपहरण का आरोप लगाकर ग्रामीणों ने हिंसक प्रतिक्रिया दी, जिससे पूरा इलाका अफरा-तफरी में बदल गया।
किशनगंज। जाली नोट तस्कर का पीछा करने के दौरान बेलवा में एसएसबी जवानों की स्थानीय लोगों द्वारा पिटाई करने के मामले में पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए दोनों युवकों से पूछताछ की जा रही है। हालांकि खबर लिखे जाने तक एसएसबी की ओर से पिटाई मामले में कोई आवेदन थाना में नहीं दिया गया है। हालांकि, पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए घायल एसएसबी जवानों से पूछताछ कर अपनी जांच और कार्रवाई शुरू कर दी है। 

वहीं, एसएसबी के वरीय अधिकारी से भी पुलिस के अधिकारी संपर्क में हैं। दरअसल, एसएसबी 19वीं बटालियन के विशेष विंग के जवानों को ठाकुरगंज की ओर से किशनगंज की ओर जा रहे बाइक सवार एक व्यक्ति द्वारा जाली नोट तस्करी की सूचना मिली थी। इसके बाद रेकी कर बाइक सवार उस व्यक्ति का पीछा करते हुए कार से सभी एसएसबी जवान बेलवा पहुंचे और उसे दबोचा। इस दौरान एसएसबी जवान उस व्यक्ति की मोटरसाइकिल की चाबी और मोबाइल लेकर उसे कार में बैठाने लगे। उस व्यक्ति ने उनका विरोध जताया और कहा कहां ले जा रहे हैं कहकर गाड़ी में खींचकर बाठाए जाने पर बचाओ-बचाओ शोर मचाने लगा। लोगों ने अपहरण की आशंका जताते हुए एसएसबी की टीम पर ही हमला बोल दिया।इस दौरान कार से आए टीम के पांच जवान घायल हो गए और कार को भी क्षति हुई है। बताया जा रहा है कि उन्हें बंधक भी बनाया गया था। वहीं, घटना की सूचना मिलते ही सदर थाना और अर्राबाड़ी थाना की पुलिस मौके पर पहुंचकर घायल एसएसबी जवानों को रेस्क्यू कर किशनगंज ले आई।
सुरक्षा व्यवस्था कड़ी, भारी पुलिस बल तैनात
घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन ने मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी है। इलाके में तनाव को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं ताकि स्थिति और न बिगड़े। वहीं, इस घटना पर एसडीपीओ गौतम कुमार ने कहा कि घटना बेहद गंभीर है और इसकी उच्चस्तरीय जांच की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है और गिरफ्तारी के लिए छापामारी भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा।
कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
यह बिहार में पुलिस और सुरक्षा बलों पर हो रहे हमलों की एक और कड़ी है, जो कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। एक तरफ SSB जवान देश की सीमाओं और आंतरिक सुरक्षा को मजबूत बनाने में लगे हैं, वहीं दूसरी ओर ऐसे हमले उनकी सुरक्षा को भी खतरे में डाल रहे हैं। फिलहाल पूरे मामले की जांच जारी है और प्रशासन ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।