मोहम्मदाबाद, समृद्धि न्यूज। मोहम्मदाबाद का डाक बंगला खंडहर में तब्दील हो गया है। अब यह अराजकतत्वों की शरणस्थली बन गया है।
प्राप्त समाचार के अनुसार अंग्रेजों ने जन समस्यायों का सुगमता से निस्तारण के लिए कस्बा के दक्षिण पूर्व में एक भव्य इमारत बनाकर अतिथिग्रह का रुप दिया था। अंग्रेजों के जाने के बाद अभी कुछ वर्ष पूर्व तक इस सरकारी गेस्ट हाउस में अधिकारी और मंत्रीगण आकर रुकते थे। आज यह डाक बंगला रखरखाव के अभाव में जीर्ण शीर्ण अवस्था में पहुंच चुका है। इसके रखरखाव की जिम्मेदारी सिंचाई विभाग के कंधों पर है। मौजूदा समय में यहां स्थित भूमि पर घुईया, तरोई और हरा चारा इन खेतों में खड़ा है, जबकि गेंहू की फसल काटी जा चुकी है। वहीं इमारत की छत पर बड़े-बड़े पीपल के पेड़ खड़े है। झील झांकड़ से इमारत ढक गयी। इमारत के किबाड़, चौखट और खिड़कियां कब चोरी हो गये हैं। कोई बताने को तैयार नहीं है। शराबियों और अपराधियों की शरणस्थली यह स्थान बन गया है। अतिथिग्रह की इस दुर्दशा के सम्बन्ध में जब रनर विजय कश्यप, जिलेदार राजेन्द्र कुमार ने बताया कि इसकी मरम्मत के लिए अभी तक कुछ भी धन मुहैया नहीं ंकराया गया है। इसकी जमीन पर फसल उगाने की पूछने पर वह कन्नी काटने लगे। वहीं कितनी बड़ी बिडम्बना है कि इनकी फसल के लिए तो चाहर दीवारी में लगे सरकारी नलकूप से पानी मुहैया है, वहीं फुलवारी बिना पानी के सूख रहे है।