फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। शीत लहर से बचाव हेतु अपर जिलाधिकारी सुभाष चंद्र प्रजापति ने जानकारी देते ही बताया कि शीतकाल प्रारंभ हो चुका है एवं ठंड के दिन में प्रतिदिन वृद्धि हो रही है। शीतलहर/पाला के दौरान निराश्रित असहाय, कमजोर, गरीब व्यक्ति परिवारों को राहत पहुंचाने हेतु अलाव जलवाने एवं शेल्टर होम, रैन बसेरा का संचालन किया जा रहा है। बढ़ते शीतकाल प्रकोप के दृष्टिगत आपदा विशेषज्ञ जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण फर्रुखाबाद ने शीतकाल से बचाव हेतु दिशा निर्देश जारी किए हैं। जिन्हें ध्यान में रखा जाये। शीतलहर से बचाव हेतु उपाय मौसम की जानकारी समय-समय पर लेते रहे। कोयले की अंगिठी, हीटर आदि का प्रयोग करते समय सावधानी बरतें, कमरे में शुद्ध हवा का आवागमन वेंटिलेशन, वायु संचार बनाए रखें, ताकि कमरे में विषात्क/जहरीला धुआ इक_ा ना हो सके। शरीर को सूखा रखे, कपड़े गीले होने पर तुरन्त बदले, गीले कपड़े आपके आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकते है। घर में अलाव का सामान न हो तो अत्याधिक ठंड के दिनों में सामुदायिक केंद्रो स्थानों पर जाएं जहां प्रशासन द्वारा अलाव का प्रबंध किया गया है। गर्म कपड़े जैसे ऊनी स्वेटर, टोपी, मफलर आदी का प्रयोग अवश्य करें। शीतलह से बचने में काफी मददगार साबित होगा। अत्याधिक ठंड कोहरा पडऩे पर छोटे बच्चों और बुजुर्गों को जितना हो सके घर के अंदर रखें, बाहर न निकलने दे। शरीर में ऊष्मा के प्रभाव को बनाये रखने के लिए पोषक आहार एवं गर्म पेय पदार्थ का सेवन करें। हाइपोथर्मिया के लक्षण जैसे असामान्य शरीर का तापमान, भ्रम या स्मृति हानि, बेहोशी, विचलन, असीमित, ठिठुरना, सुस्ती, थकान, तुतलाना, थकावट आदि की स्थिति उत्पन्न होने पर अपने नजदीकी अस्पताल में जाकर संपर्क करें। शीतदंश के लक्षण जैसे शरीर के अंगों को सुन्न पडऩा, हाथों पैरों की उंगली का नाका आदि पर सफेद या पीले रंग के दाग ऊपर आने पर नजदीकी समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें। बिजली चले जाने पर फ्रिज का दरवाजा बंद रखने पर फ्रीजर 48 घंटे तक भोजन को सुरक्षित रख सकता है। ऐसे में बिजली न होने पर बार-बार फ्रिज को ना खोलें। अपने आसपास के अकेले रहने वाले किसी भी पड़ोसी की जानकारी आप अवश्य रखें, खासकर बुजुर्गों की, किसी भी आपातकाल स्थिति में नजदीकी पुलिस स्टेशन पर संपर्क करें।