बरेली बवाल में आरोपित बिल्डर राजीव राणा का होटल सील करने के बाद बुलडोजर की कार्रवाई हुई है. राजीव राणा का कई होटल जेसीबी से ढाया है. इस मामले में अब तक 2 दर्जन आरोपियों की हो गिरफ्तारी चुकी है. बता दें कि बरेली में 22 जून सुबह-सुबह पीलीभीत बाईपास पर प्लाट पर कब्जा करने के लिए दो भमिफायाओं के बीच गोली कांड हुआ था।
बरेली, समृद्धि न्यूज। यूपी के बरेली में 22 जून को हुई गैंगवार और आगजनी की घटना में बुलडोजर की कार्रवाई शुरू होते ही मुख्य आरोपी बिल्डर राजीव राणा खुद मौके पर पहुंच कर सरेंडर कर दिया. जिसको तुरंत पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ में जुट गई है. पत्नी और बेटी के साथ हाथ में कुछ कागजात के साथ राणा मौके पर पहुंचा था. गुरुवार को जिले में हाईवे पर दो पक्षों में हुई गैंगवार के मामले में मुख्य आरोपी बिल्डर राजीव राणा के होटल और कार्यालय पर बरेली विकास प्राधिकरण की टीम ने ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी है. बीडीए वीसी मनिकंदन ए ने बताया कि जो गोली कांड हुआ है, उसमें उनके पास चार बिल्डिंग है. चारों में अवैध निर्माण है. इसमें दो में नोटिस जारी की जा चुकी है. सुनवाई की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है. ध्वस्तीकरण का आदेश भी हो चुका है. इन दो बिल्डिंगों को बुलडोजर से करवाने की प्रक्रिया सुबह से शुरू हो चुकी है. दोनों बिल्डिंग के लिए नोटिस भी जारी किया जा चुका है. यह बिल्डिंग भी आज सील कर दी जाएगी. बुलडोजर की कार्रवाई के लिए प्रॉपर प्रक्रिया फॉलो करना पड़ेगा, जिस बिल्डिंग में बुलडोजर की कार्रवाई हो रही है उसमें ऊपर होटल है और नीचे मकान है. इस होटल का नक्शा पास नहीं है
बताते चले बरेली में 22 जून को सुबह इज्जतनगर थाना क्षेत्र में गैंगवार का मामला सामने आया था, जहां एक प्लाट पर कब्जा करने के लिए दो पक्षों में जोरदार गोलीबारी हुई थी. दोनों के पक्ष के लोग एक दूसरे पर बीच सड़क गोलिया बरसा रहे थे, जिसका वीडियो खूब वायरल हो रहा था. अब इस केस के मुख्य आरोपी मुख्य आरोपी बिल्डर राजीव राणा ने परिवार के साथ सरेंडर किया है. 22 जून के बाद पुलिस ढूंढती रही राजीव राणा की पत्नी ने मीडिया के सामने रो रो कर कहा हमे इंसाफ चाहिए. बरेली गैंगवार में दो पक्ष थे, पहला पक्ष राजीव राणा का, तो वहीं दूसरा प७ आदित्य उपाध्याय का है. दोनों पक्षों से 50-60 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज की गई थी. दूसरे पक्ष के आरोपी को पुलिस ने बहुत जल्द गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन हमले का मुख्य आरोपी राजीव राणा फरार चल रहा था.