छेड़छाड़ की रंजिश में दबंगों ने चाचा भतीजे को मारी गोली, लोहिया रेफर

कायमगज, समृद्धि न्यूज। पुरानी रंजिश के चलते दबंगों ने चाचा-भतीजे को गोली मारकर घायल कर दिया। सूचना पर पहुंची डायल ११२ पुलिस ने घायलों को सीएचसी में भर्ती कराया। हालत बिगडऩे पर चिकित्सक ने दोनों को लोहिया अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। क्षेत्राधिकारी ने पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल की।
जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के गांव नियाजू नगला निवासी २८ वर्षीय सुखवीर शाक्य पुत्र नेकराम शाक्य को पुरानी रंजिश के चलते दबंगों ने गोली मार दी। जिससे वह गम्भीर रुप से घायल हो गये। सूचना पर पहुंची पुलिस ेघायलों को सीएचसी में भर्ती कराया। पूछताछ के दौरान घायल ने बताया कि कुछ माह पूर्व नेकसे पुत्र श्यामलाल, अमन, प्रदीप पुत्रगण ब्रजमोहन तथा ब्रजमोहन पुत्र निरोत्तम निवासी नगला धनी, राजेश निवासी रहमानपुर ने मेरी बहन के साथ छेड़छाड़ की थी। जिसका मुकदमा मैंने उपरोक्त अभियुक्तगणों के विरुद्ध दर्ज कराया था, तभी से उपरोक्त लोग रंजिश मानने लगे। सुखवीर ने बताया कि बीती रात हमारे चाचा के नाती का डस्टौन कार्यक्रम था। जिसकी खुशी में डीजे बज रहा था, तभी नेकसे पुत्र श्यामलाल, अमन, प्रदीप पुत्रगण ब्रजमोहन तथा ब्रजमोहन पुत्र निरोत्तम निवासी नगला धनी, राजेश निवासी रहमानपुर एक राय होकर आये और आते ही मेरे साथ गाली गलौज करते हुए डीजे बन्द करवा दिया। जिसकी सूचना मैंने डायल ११२ पुलिस को दी। मौके पहुंची पुलिस जांच पड़ताल की। सुखवीर शाक्य पुत्र कल्लू ने पुलिस से कहा कि उपरोक्त दबंगों से हमें जानमाल का खतरा है, लेकिन पुलिस ने उनकी बात को अनसुना कर दिया और वापस चली गयी। पुलिस के जाने के बाद ब्रजमोहन, प्रदीप, अमन, नेकसे पुन: आये और गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की नियत से गोली मार दी। गोली लगने से मैं व मेरे चाचा ४० वर्षीय वीकेश शाक्य पुत्र नेकराम घायल हो गये। सुखवीर के पेट में, जबकि वीकेश की जांघ में गोली लगी है। सूचना मिलते ही डायल ११२ पुलिस ने पहुंचकर घायलों को सीएचसी में भर्ती कराया। सूचना मिलने पर क्षेत्राधिकारी सतेन्द्र कुमार, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रामअवतार, कस्वा चौकी इंचार्ज विद्या सागर तिवारी, मन्डी चौकी इन्चार्ज कृष्ण कुमार कश्यप पुलिस बल के साथ सीएचसी पहुंचे और घायलों से पूछताछ की। वहीं ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक जितेन्द्र कुमार ने प्राथमिक उपचार के बाद चाचा वीकेश, भतीजा सुखवीर को लोहिया अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।

अगर पुलिस रात में ही आरोपियों को पहुंचा देती हवालात, तो नहीं घटती घटना

कायमगंज। घायल सुखवीर ने बताया कि बीती रात जब डायल ११२ पुलिस आयी थी, तो उन्होंने पुलिस से अपनी जान का खतरा बताया था और सुरक्षा की मांग की थी, क्योंकि आरोपी तमंचों से लैस थे, लेकिन पुलिस ने पीडि़तों की बात पर कोई ध्यान नहीं दिया और आरोपियों को समझा बुझाकर घर भेज दिया और पुलिस वापस चली गयी। जिससे आरोपियों के हौसले और बुलंद हो गये। पुलिस के जाते ही आरोपी पुन: तमंचों से लैस होकर आये और सुखवीर व वीकेश के गोली मार दी। यदि रात में ही पुलिस आरोपियों के खिलाफ दफा २५ की कार्यवाही कर उन्हें हवालात में बंद कर देती, तो शायद इतनी बड़ी घटना नहीं घटती।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *