Headlines

चंद्रयान-5 मिशन को केंद्र की मंजूरी, ISRO को जापान का साथ

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के नए अध्यक्ष वी नारायणन ने रविवार को घोषणा की कि केंद्र सरकार ने चंद्रयान-5 मिशन को मंजूरी दे दी है। यह मिशन चंद्रमा की सतह का अध्ययन करने के लिए जापान के सहयोग से अंजाम दिया जाएगा। नारायणन ने बंगलूरू में आयोजित एक समारोह में यह जानकारी साझा की। यहां उन्हें इसरो प्रमुख का पदभार संभालने पर सम्मानित किया गया। चंद्रयान-5 में 250 किलोग्राम वजनी रोवर भेजा जाएगा, जो चंद्रयान-3 के रोवर प्रयागयान (25 किलो) से 10 गुना भारी होगा। इसका उद्देश्य चंद्रमा की सतह का गहन विश्लेषण करना है। नारायणन ने बताया, तीन दिन पहले ही इस मिशन को मंजूरी मिली। हम इसे जापान के साथ मिलकर अंजाम देंगे। हमारा फोकस तकनीकी के माध्यम से राष्ट्र की प्रगति पर है। उन्होंने इसरो की टीम और वैज्ञानिक समुदाय के योगदान की तारीफ की। विशेषज्ञों के मुताबिक, चंद्रयान-5 भारत को चंद्र अन्वेषण में अग्रणी बनाने की दिशा में अहम कदम साबित होगा।

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने चांद पर रिसर्च करने के लिए भारत के महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान-5 को मंजूरी दे दी है। सरकार ने हाल ही में ये बड़ा फैसला किया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष वी.नारायणन ने इस बात की जानकारी दी है। इसके साथ ही इस बात की जानकारी भी सामने आई है कि भारत का चंद्रयान-4 मिशन कब तक लॉन्च किया जाएगा।

जापान की मदद से लॉन्च होगा मिशन

इसरो के अध्यक्ष वी नारायणन ने रविवार को बताया- ‘‘बस तीन दिन पहले ही हमें चंद्रयान-5 मिशन के लिए मंजूरी मिली है। हम इसे जापान के सहयोग से करेंगे।’’ उन्होंने बताया कि भारत के चंद्रयान-5 मिशन के तहत, चंद्रमा की सतह का अध्ययन करने के लिए 250 किलोग्राम का रोवर भेजा जाएगा।

कब लॉन्च होगा चंद्रयान-4?

इसरो के अध्यक्ष वी.नारायणन ने रविवार को इस बात की जानकारी दे दी है कि चंद्रयान-4 मिशन कब लॉन्च होगा। इसरो अध्यक्ष ने बताया कि संभावना है कि चंद्रयान-4 को साल 2027 में प्रक्षेपित किया जाएगा। इसरो अध्यक्ष ने बताया है कि चंद्रयान-4 मिशन का मकसद चंद्रमा से इकट्ठा किए गए नमूनों को वापस लाना है।

आपको बता दें कि भारत के चंद्रयान मिशन का उद्देश्य चंद्रमा की सतह का अध्ययन करना है। इससे पहले इसरो ने चंद्रयान-3 मिशन को सफलतापूर्वक लॉन्च किया था। चंद्रयान-3 मिशन में 25 किलोग्राम का रोवर ‘प्रज्ञान’ ले जाया गया था। 23 अगस्त 2023 को चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ की थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *