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पूर्व मिस इंडिया शिवांकिता दीक्षित को  साइबर अपराधियों 2 घंटे ”डिजिटल अरेस्ट” कर उड़ा लिए 99,000 रुपए

पूर्व फेमिना मिस इंडिया वेस्ट बंगाल शिवांकिता दीक्षित को  साइबर अपराधियों ने डिजिटल अरेस्ट करके 99 हजार रुपये ठग लिए। खुद को सीबीआई अधिकारी बताने वाले साइबर अपराधी ने मनी लांड्रिंग और बच्चों की फिरौती की रकम अकाउंट में भेजे जाने की कहकर धमकाया।

आगरा. पूर्व मिस फेमिना मिस इंडिया वेस्ट बंगाल शिवांकिता दीक्षित आगरा के थाना शाहगंज क्षेत्र मानस नगर में रहती है. शिवांकिता दीक्षित ने बताया कि उनके पास एक फोन कॉल आया था. कॉलर ने खुद को CBI अधिकारी बताया और मानव तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में फंसाने की धमकी देते हुए कहा कि आपके खिलाफ केस है. इसके बाद उसी शख्‍स ने उन्‍हें बचने का झांसा दे दिया. शिवांकिता दीक्षित ने कहा कि कुछ समझ पाते या कह पाते, उससे पहले ठगी हो चुकी थी. साइबर ठग ने उन्‍हें तुरंत रकम ट्रांसफर करने को कहा था. पुलिस अफसर ने बताया कि शिवांकिता दीक्षित फोन कॉल से डर गईं थीं और वे किसी भी तरह से कार्रवाई से बचना चाहती थीं. वहीं साइबर ठग उनको तरह-तरह से डरा और धमका रहा था. ऐसे में जब उसने बताया कि यह मानव तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है. अगर बचना चाहते हो तो पैसे ट्रांसफर कर दो. इसके बाद शिवांकिता दीक्षित ने ठगों के बताए अकाउंट में 99 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए. अब शिवांकिता दीक्षित के द्वारा थाना साइबर क्राइम पुलिस से शिकायत की है. शिकायत के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है, और जांच पड़ताल शुरू कर दी है.

2017 में फेमिना मिस इंडिया वेस्ट बंगाल रही शिवांकिता

  • मानस नगर शाहगंज की शिवांकिता दीक्षित वर्ष 2017 में फेमिना मिस इंडिया वेस्ट बंगाल रही हैं। वर्तमान में वे मेकअप आर्टिस्ट के साथ ही माडलिंग से जुड़ी हैं। शिवांकिता दीक्षित ने बताया कि मंगलवार दोपहर शाम चार बजे उनके मोबाइल पर वाट्सएप काल आई। कॉल करने वाले ने खुद सीबीआइ अधिकारी बताते हुए कहा कि उनके आधार कार्ड से रजिस्टर्ड सिम पर दिल्ली के एचडीएफसी बैंक में खाता खोला गया है। खाते में मानव तस्करी, मनी लांड्रिंग और दो दर्जन से अधिक बच्चों के अपहरण कर फिरौती की रकम जमा की गई है। काल करने वाले ने कहा मुझे पता है कि तुम्हें इसकी जानकारी नहीं है। सीबीआई उनके जरिए गिरोह तक पहुंचना चाहती है। शिवांकिता दीक्षित ने बताया कि कॉल करने वाले ने बाद में उन्हें वीडियो काल किया, जिसमें फोन करने वाले के पीछे पुलिस की वर्दी में कुछ लोग बैठे दिखाई दे रहे थे। इसके बाद उसने कहा कमरा बंद कर लो और परिवार वालों से भी इस संबंध में कोई बात न करें। इसके बाद उनसे पैसों की मांग शुरू कर दी। दो घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रहीं शिवांकिता ने दो बार में 99 हजार रुपये बताए गए बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया। इसके बाद फोन कट गया। कमरे से बाहर निकलने के बाद उन्होंने अपने पिता संजय दीक्षित को इसकी जानकारी दी। तब उन्हें साइबर ठगी का शिकार होने की जानकारी हुई। जब उसी नंबर पर वाट्सएप काल किया तो मोबाइल बंद था। शिवांकिता दीक्षित ने बताया कि उन्होंने मेल पर साइबर क्राइम सेल में शिकायत भेजी है। इसके साथ ही 1930 हेल्पलाइन पर भी सूचना दर्ज करवा दी है।

 

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