फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। 500 वर्षों के लम्बे संषर्घ के बाद रामभक्तों के लिए अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर बनाये जाने की परिकल्पना साकार हुई है। केंद्र व राज्य सरकार द्वारा 22 जनवरी को अयोध्या में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मूर्ति स्थापना की तिथि निश्चित हुई है। भव्य एवं अध्यात्मिक कार्यक्रम में देश-विदेश से तमाम रामभक्त उपस्थित होने की सूचना मिल रही है। इस भव्य कार्यक्रम को देश के अनेक रामभक्त अपने घर पर रहकर राममय होने के लिए उत्सुक है। कार्यक्रम सुबह शुरु होकर कई घंटे तक चलता रहेगा। लम्बी प्रतिक्षा के बाद शुभ दिन रामभक्तों के लिए आया है। भगवान प्रभु श्रीराम १४ वर्षों के बाद वनवास की अवधि पूरी करने के बाद अयोध्या वापस हुए थे। उनकी प्रजा ने होल्लास के साथ दीपोत्सव मनाया था। आज भारत वर्ष का हर सनातनी मनाना चाहता है कि भारत के तमाम सनातनी ऐसे है जो रोजी रोटी के लिए नौकरी और व्यवसाये करते है। उनके मन में इस अद्वितीय मनोरम कार्यक्रम को देखने की प्रबल लालसा है। आयोजन की तारीख 22 जनवरी के बाद 23 जनवरी को अमर बलिदानी सहित नेता जी सुभाष बोस की जयंती है। सनाती इस मनोरम कार्यक्रम को देखने के लिए वंचित न रहे, इसलिए 22 व 23 जनवरी को राष्ट्रीय अवकाश घोषित कर सनातनियों को इस भव्य मनोरम कार्यक्रम को देखकर राममय होने का अवसर प्राप्त हो सके। ज्ञापन देने के दौरान फतेहगढ़ भाजपा नगर अध्यक्ष रामवीर सिंह चौहान, महामंत्री शिवम दुबे, विष्णुनारायन दीक्षित, संदीप औदिच्य, गौरव यादव, रमला राठौर, अनिल तिवारी आदि लोग मौजूद रहे।