राम का नाम उनके जीवन का सूत्र है और राम का काम उस सूत्र की व्याख्या: बृजकिशोर सिंह किशोर
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। चिंतामणि पाठ समिति के होने वाले 25वां वार्षिक उत्सव (रजत जयंती वर्ष) की पाती (निमंत्रण पत्र) समिति के अध्यक्ष बीके सिंह ने सदस्यों को पाती देकर मेहंदीपुर बालाजी को आमंत्रण देने के लिए रावना किया। चिंतामणि सुंदरकांड पाठ समिति निरंतर लोक कल्याण के लिए 25 वर्षों से सुंदरकांड का पाठ कर रही है। समिति के अध्यक्ष बृज किशोर सिंह ने बताया कि कलयुग में भगवान हनुमान की पूजा से ही कलयुग के प्रभाव को नष्ट किया जा सकता है एवं सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति पाई जा सकती है, इसलिए हर व्यक्ति को अपनी सुविधा अनुसार बाबा की पूजा आराधना करनी चाहिए। राम का नाम उनके जीवन का सूत्र है और राम का काम उस सूत्र की व्याख्या, उनका अवतरण ही इसी हेतु हुआ है। इस काण्ड का कथा में हनुमान जी वो पर्वत शिखरों पर चढ़ते हैं, वह विवेक के शिखर से देहाभिमान के समुद्र को पार करने के लिये छलाँग लगाते हैं तो वैराग्य के शिखर पर चढक़र प्रवृत्ति की स्वर्णमयी लंका को देखते हैं। वह यश की आकांक्षा की सुरसा को प्रणाम करके उसका आशीर्वाद लेते हैं। स्वर्ण के पर्वत मैनाक से प्रलोभित नहीं होते, ईष्र्या की राक्षसी सिंहिका का विनाश करते हैं और प्रवृत्ति की लंकिनी को मूच्छिंत कर देते हैं। कलियुग के समस्त कलुषों का निकन्दन कर रामत्व की स्थापना करने में संलग्न हनुमन्त की भक्ति श्रीराम की अनुरक्ति बनकर हमें संसारिक आसक्ति से मुक्त करे और हमारे हृदय में अनुराग का राग जगाये, इस रजत जयंती वर्ष में प्रभु से यही प्रार्थना है। इस अवसर पर अशोक वर्मा, घनश्याम बाजपेई, नवीन कौशल, प्रशांत सिंह, अनूप मिश्रा, निर्मल दीक्षित, संदीप वर्मा, चंदन शुक्ला, अनुपम तिवारी, अनुराग पांडेय, सौरभ सिंह, अजीत वर्मा, पवन गुप्ता आदि मौजूद रहे।