महाकाल मंदिर में हुआ भण्डारे का आयोजन
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। गुरु ब्रह्मा, गुरु विष्णु, गुरु देवो महेश्वरा, गुरु साक्षात परम ब्रह्म तस्मै श्री गुरुवे नम: गुरु पूर्णिमा पर भक्तो ने गुरुओं को नमन किया। जनपद में गुरु पूर्णिमा में शिष्यों ने गुरुजी से दीक्षा लेकर उनका पूजन किया। महाकाल मन्दिर में महर्षि वेदव्यास के जन्म दिन पर गुरु पूर्णिमा महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। महन्त अर्चना दीक्षित ने मन्दिर में 108 विग्रह मूर्तियों का बारी-बारी से मंत्रोचार से विधिवत पूजन किया। भंडारे में पहले कन्याओं, संतो को भोजन कराया गया। बाद में भक्तो ने प्रसाद ग्रहण किया। भक्तों में आलोक दीक्षित, अजय कटियार, राजू कटियार, मीना अमन, हरिओम, म0प्र0, पटना, कानपुर, गुडग़ांवा, मैनपुरी, आगरा आदि कई स्थानों से भक्त आए। संत आशाराम बापू आश्रम पांचाल घाट में गुरु पूर्णिमा मनाई गई। सुबह गुरुजी का पादुका पूजन हुआ। मानस पूजन करके जाप किया गया। भक्तों ने बापूजी के उत्तम स्वास्थ्य एवम् कारागार से मुक्ति हेतु हवन यज्ञ किया। आचार्य निर्दोष अग्निहोत्री ने विधिवत हवन यज्ञ कराया। भक्तों को हवन का प्रसाद पंडित ने वितरित किया। सत्संग के बाद भक्तो ने भजन कीर्तन किया जो काफी देर तक चलता रहा। आरती के साथ गुरु पूजन संपन्न हुआ। भक्तों ने भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर अध्यक्ष कैप्टन शशि कुमार सिंह, उपाध्यक्ष संदीप कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष सर्वेश श्रीवास्तव, अविनाश दुबे, राजेश पांडेय, सादी विकास, सुनीता बाथम, शालू अग्निहोत्री, सरला कटियार, सोनम दुबे, मंजू सिंह, उर्मिला सिंह, मोनिका सिंह आदि भक्तगण मौजूद रहे। पांचाल घाट स्थित दुर्वासा ऋषि आश्रम में गुरु पूर्णिमा मनाई गई। पूरे दिन भक्तों का ताता लगा रहा। सबसे पहले दुर्वाषा ऋषि का पूजन किया गया। मौनी बाबा एवम् ईश्वर दासजी महाराज के समक्ष भक्तो ने पहुंचकर दीक्षा ली और गुरुजी का पूजन किया। सैकड़ों भक्तों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर दोनों गुरुओं का आशीर्वाद लिया। इसके अलावा जगतगुरु शंकर भगवान, पार्वती, गणेश व नंदी का पूजन एवम् लंबे महाराज व त्यागीजी महाराज की प्रतिमाओं का भी विधिवत पूजन किया गया। इसके अलावा पहले हवन पूजन हुआ। आरती प्रसाद के साथ विशाल भंडारा हुआ जो पूरे दिन भक्त पहुंचकर भंडारे का प्रसाद ग्रहण करते रहे। इसके अलावा गुडग़ांवा देवी मंदिर में पहुंचकर विश्व गुरु दुर्वासा ऋषि का भक्तों ने विधिवत पूजन कर गुरु पूर्णिमा पर उन्हें नमन किया। बालाजी मंदिर कादरी गेट के निकट स्व0 सन्त राकेश के यहां कई स्थानों से आकर उन्हें नमन कर गुरु पूर्णिमा मनाई।