डिजिटल अरेस्ट कर करोड़ों की ठगी करने वाले बड़े गिरोह तक सीबीआइ (CBI) पहुंच गई है। फिलहाल इसके चार सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरोह के अन्य सदस्यों की सीबीआइ खोज रही है। यही कारण है कि गिरफ्तार आरोपितों के नाम उजागर नहीं हुआ है।सीबीआइ ने इस पूरे ऑपरेशन का नाम ‘आपरेशन चक्र-पांच’ दिया है। सीबीआइ के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार झुंझुनू में एक व्यक्ति को तीन महीने तक डिजिटल अरेस्ट कर 7.6 करोड़ रुपए की ठगी की जांच के दौरान देश भर में फैले इस गिरोह के नेटवर्क का पता चला।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने यूपी समेत कई राज्यों में 12 ठिकानों पर छापे मार कर डिजिटल अरेस्ट कर लोगों को ठगने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। सीबीआई ने ‘ऑपरेशन चक्र-वी’ के तहत इस गिरोह के चार ठगों को गिरफ्तार किया है। छापों के दौरान केंद्रीय जांच एजेंसी ने बैंक खातों का विवरण, डेबिट कार्ड, चेकबुक, जमा पर्चियां और कई अहम डिजिटल उपकरण जब्त किए।अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि सीबीआई ने राजस्थान सरकार के अनुरोध पर दर्ज डिजिटल गिरफ्तारी से जुड़े एक मामले में छापे मारे। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद और मुंबई से दो-दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। सीबीआई प्रवक्ता ने कहा, केंद्रीय एजेंसी ने राजस्थान में दर्ज मामले को अपने हाथ में लेने के बाद व्यापक डाटा विश्लेषण और गहन जांच की। सीबीआई ने अपराधियों की पहचान करने के लिए उन्नत जांच तकनीकों का इस्तेमाल किया।
सीबीआइ ने जांच में हाई टेक्नोलॉजी का किया इस्तेमाल
वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, केस हाथ में लेने के बाद सीबीआइ ने व्यापक डेटा विश्लेषण और प्रोफाइलिंग से गहन जांच की। अपराधियों की पहचान करने के लिए उन्नत जांच तकनीकों का इस्तेमाल किया गया।जांच के दौरान मिले सुरागों के आधार पर मुरादाबाद और संभल, मुंबई, जयपुर और बंगाल के कृष्णानगर में बारह स्थानों पर व्यापक तलाशी ली गई, जिसके परिणामस्वरूप इस संगठित अपराध गिरोह में शामिल चार व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई। तलाशी के दौरान बैंक खाते का विवरण, डेबिट कार्ड, चेक बुक, जमा पर्ची और डिजिटल डिवाइस साक्ष्य बरामद किये गए।