अब कैमरे और सेंसर की निगरानी में होगा ड्राइविंग टेस्ट
अमिताभ श्रीवास्तव

समृद्धि न्यूज़ अयोध्या। बुधवार को संभागीय परिवहन अधिकारी(प्रशासन) ॠतु सिंह ने बताया कि हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन और उपस्थिति में परिवहन विभाग तथा मारुति कंपनी के बीच ड्राइविंग,ट्रेनिंग एवं टेस्टिंग इंस्टीट्यूट के ऑटोमेशन के संबंध में एमओयू हस्ताक्षर किया गया है।ऑटोमेशन की प्रक्रिया संबंधी एक महत्वपूर्ण बैठक परिवहन विभाग के अधिकारियों,राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर तथा दिल्ली से आए मारुति कंपनी के अधिकारियों के बीच संपन्न हुई।बैठक में मुख्य रूप से ड्राइविंग लाइसेंस हेतु ड्राइविंग प्रशिक्षण में किन किन मानकों पर पास/फेल का निर्धारण किया जाएगा, अनिवार्य मानक कौन से होंगे तथा कैमरे व सेंसर किस प्रकार लगाए जाएंगे आदि मुद्दों पर विस्तार से चर्चा एवं निर्णय लिए गए।सुश्री सिंह ने बताया कि वर्तमान में भी ड्राइविंग ट्रैक पर मैन्युअली टेस्ट लिया जा रहा है किंतु ऑटोमेशन के बाद नियमों का कड़ाई से अनुपालन करने वालों का ही लाइसेंस निर्गत किया जाना संभव होगा।इससे दक्ष चालकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी और सड़क दुर्घटना में कमी लाई जा सकेगी क्योंकि मार्ग दुर्घटनाओं का एक बड़ा कारण मानवीय भूल/चालक की गलती है।उन्होंने बताया कि ऑटोमेशन के बाद कैमरा और सेंसर,चालक की हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखेगा तथा गलतियों पर अंक काटे जाएंगे।सौ में से साठ अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा साथ ही वाहन की कैटेगरी के अनुसार कुछ अनिवार्य मानक तय किए गए हैं,जिनका पालन करने पर ही आवेदक टेस्ट में पास हो सकेगा अन्यथा उल्लंघन की दशा में फेल हो जाएगा जैसे रेड लाइट सिग्नल होने पर ट्रैक पर ज़ेब्रा क्रॉसिंग से पहले स्टाप लाइन पर गाड़ी रोकना अनिवार्य है तथा टू व्हीलर चालन में ट्रैक की बाउंड्री छूना मना है आदि। उन्होंने बताया कि ट्रैक पर H के आकार,अंग्रेजी का आठ व चढ़ाई ढलान आदि बने हैं।इस मौके पर कार्यदायी संस्था तथा संबंधित अधिकारियों को यथावश्यक निर्देश और सुझाव दिए गए।बैठक में एआरटीओ (प्रशासन) आरपी सिंह,आर.आई(टी)प्रेम सिंह,रोहित यादव ओएसडई पीडब्ल्यूडी परिवहन आयुक्त कार्यालय,आलोक मलिक व वैभव मारुति कंपनी,मनीष निगम राजकीय निर्माण निगम व वेंडर के प्रतिनिधि उपस्थित थे।