मानक पूरे न मिलने पर दिये गये नोटिस
संदिग्ध दवाओं के जांच हेतु भरे गये सैंपल
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। जिला औषधि निरीक्षक ने अपनी टीम के साथ मेडिकल स्टोरों पर छापा मारा। निरीक्षण की भनक लगते ही आसपास के दुकानदार अपनी-अपनी दुकानें बंद कर फरार हो गये। टीम ने संदिग्ध दवाओं के नमूने भरकर उन्हें जांच के लिए राजकीय प्रयोगशाला लखनऊ भेजा गया है। मानक पूरे न मिलने पर व्यापारियों को नोटिस दिये गये।
दवाओं के संदर्भ में जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्साधिकारी को लोगों ने शिकायतें की थी। इसी के दृष्टिगत बुधवार को जिला औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय ने अपनी टीम के साथ फतेहगढ़ स्थित गणेश मेडिकल स्टोर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पांच संदिग्ध औषधियों के नमूने भरे गये। इस दौरान फर्म पर कोई फार्मासिस्ट कार्यरत नहीं मिला। फर्म के मालिक द्वारा मरीजों व उनके परिजनों को दवा विक्रय का कोई अभिलेख नहीं दिया जा रहा था। ड्रग इंस्पेक्टर ने ४७ औषधियों के क्रय-विक्रय अभिलेख मांगे। कमालगंज स्थित संजय सेंटर का भी ड्रग इंस्पेक्टर का निरीक्षण किया। वहां कोई फार्मासिस्ट कार्यरत नहीं मिला। साहिबगंज फतेहगढ़ स्थित सिद्धार्थ मेडिकल स्टोर का औचक निरीक्षण किया। वहां भी फार्मासिस्ट नहीं मिला। दुकानदार द्वारा विक्रय का अभिलेख नहीं जारी किया जा रहा था। जिस पर ड्रग इंस्पेक्टर ने रोष जताया और तीनों फर्मों को कारण बताओं नोटिस दिया। तीन फर्म ७ दिन के अंदर स्पष्टीकरण सहित कमियां निस्तारण करने हेतु निर्गत किया गया। भरे गये नमूने को राजकीय प्रयोगशाला लखनऊ भेजा गया है।
वहीं ड्रग इंस्पेक्टर रजत कुमार पांडे ने अमृतपुर स्थित आनन्द मेडिकल स्टोर का औचक निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान बंद 10 औषधीय के क्रय-विक्रय अभिलेख मांगकर जांच की। इसकी जानकारी होते ही अन्य मेडिकल स्टोर संचालक अपनी-अपनी दुकानें बंद कर फरार हो गये। इसके बाद ड्रग इंस्पेक्टर राजेपुर रठौरी स्थित साईं लीला मेडिकल स्टोर का भी औचक निरक्षण किया। जहां से दो औषधियों के नमूने भरे गये। उन्होंने मेडिकल स्टोर संचालकों को अपने-अपने प्रतिष्ठान पर फार्मासिस्ट नियुक्त रखने व औषधियों के क्रय-विक्रय अभिलेख रखने के निर्देश दिये।