पड़ोसी से देश म्यांमार में रविवार सुबह एक बार फिर भूकंप आया. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के मुताबिक रविवार की सुबह सेंट्रल म्यांमार के एक छोटे से शहर मीकटिला के पास 5.5 तीव्रता का भूकंप आया. यह भूकंप ऐसे समय में आया है जब म्यांमार 28 मार्च को देश के मध्य क्षेत्र में आए 7.7 तीव्रता के बड़े भूकंप के बाद राहत कार्यों में लगा हुआ है.
लगभग तीन हफ्ते बाद आया नए भूकंप का केंद्र म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले और राजधानी नेपीता के बीच था, जहां पिछले महीने आए भूकंप में भारी क्षति हुई थी और लोग हताहत हुए थे. इस भूकंप का असर भारत तक महसूस किया गया और हिमाचल के मंडी में भूकंप के झटके महसूस किए गए.
3 हफ्ते में फिर आया भूकंप
28 मार्च एक बार फिर भूकंप पड़ोसी देश को दहला दिया है, हालांकि अभी तक किसी बड़े नुकसान या हताहत होने की कोई रिपोर्ट नहीं आई है. म्यांमार की सैन्य सरकार के प्रवक्ता मेजर जनरल जॉ मिन टुन के मुताबिक शुक्रवार तक उस भूकंप से मरने वालों की संख्या 3,649 थी, जबकि 5,018 लोग घायल हुए थे. म्यांमार के मौसम विभाग ने कहा कि रविवार का भूकंप मंडालय से 97 किलोमीटर (60 मील) दक्षिण में वुंडविन टाउनशिप के क्षेत्र में 20 किलोमीटर (12 मील) की गहराई पर आया. अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने गहराई 7.7 किलोमीटर (4.8 मील) होने का अनुमान लगाया है.
शनिवार को पाकिस्तान में आया था भूकंप
शनिवार को रिक्टर पैमाने पर 5.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसका केंद्र पाकिस्तान में था, जबकि इसके झटके जम्मू-कश्मीर में भी महसूस किए गए। मौसम विभाग के निदेशक मुख्तार अहमद ने बताया कि शनिवार को 13:00:55 IST पर 33.63 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 72.46 डिग्री पूर्वी देशांतर पर रिक्टर पैमाने पर 5.8 तीव्रता का भूकंप आया। उन्होंने कहा, “भूकंप का केंद्र पाकिस्तान क्षेत्र में था। भूकंप धरती की सतह से 10 किलोमीटर अंदर आया। जम्मू-कश्मीर में भी हल्के झटके महसूस किए गए।”
इससे 8 अक्टूबर, 2005 को सुबह 8.50 बजे रिक्टर पैमाने पर 7.6 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका केंद्र पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद में था। नियंत्रण रेखा (एलओसी) के दोनों ओर आए भूकंप में 80,000 से ज़्यादा लोग मारे गए थे।