फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। 13 मई को हुए लोकसभा चुनाव मतदान में एक किशोर के द्वारा आठ बार वोट डालने पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने एटा के अलीगंज विधानसभा क्षेत्र के एक बूथ में पुनर्मतदान की संस्तुति की है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। समस्त पोलिंग पार्टी के कार्मिकों को निलंबित कर दिया गया है। वायरल वीडियो में एक किशोर ईवीएम पर भाजपा सांसद मुकेश राजपूत के सामने वाला बटन दबाते दिख रहा है। इसके बाद वह अपना चेहरा दिखाता है। किशोर एक के बाद एक आठ बार इसी प्रक्रिया को दोहराता दिख रहा है। वायरल वीडियो को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट किया। इसमें लिखा कि अगर चुनाव आयोग को लगे कि ये गलत हुआ है तो वह कुछ कार्रवाई जरूर करें। नहीं तो भाजपा की बूथ कमेटी, दरअसल लूट कमेटी है। पोस्ट के बाद बड़ी संख्या में लोग इस पर तरह-तरह के कमेंट करने लगे।
जांच में खिरिया पमारान के मतदान कार्मिको/पोलिंग पार्टी की लापरवाही, समस्त निलंबित
अभियुक्त राजन सिंह गिरफ्तार कर जिला प्रोबेशन अधिकारी की अभिरक्षा में दे दिया
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। रिटर्निग आफिसर 40वीं फर्रुखाबाद लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र/जिला निर्वाचन अधिकारी के द्वारा बताया गया कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के ट्वीट का संज्ञान लेते हुए प्रकरण की जांच सहायक रिटर्निग आफिसर 103-अलीगंज विधानसभा क्षेत्र से कराई गई। जांचोपरान्त प्रथमदृष्टया बूथ संख्या-343 प्रा0पा0 खिरिया पमारान के मतदान कार्मिको/पोलिंग पार्टी की लापरवाही परिलक्षित हुई है। जिसके कारण प्रश्नगत बूथ की पोलिंग पार्टी के समस्त कार्मिको को निलम्बित कर दिया गया है। इसके साथ ही साथ सहायक रिटर्निग आफिसर 103-अलीगंज विधान सभा क्षेत्र के द्वारा संबंधित के विरूद्ध थाना नयागांव में प्रथम सूचना रिपोर्ट संख्या: 0046/2024 दिनांक 19 मई 2024 को अन्तर्गत धारा 171 एफ, 419 भा0द0सं0, 128, 132, 136 लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950, 1951, 1989 व 66 सूचना प्रोद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम 2008 में अभियोग पंजीकृत करा दिया गया है। किशोर अभियुक्त राजन सिंह पुत्र अनिल सिंह उम्र 17 वर्ष निवासी खिरिया पमारान थाना नयागांव जनपद एटा को गिरफ्तार करके जिला प्रोबेशन अधिकारी/जिला बाल संरक्षण अधिकारी एटा की अभिरक्षा दे दिया गया है। इसके साथ ही साथ निर्वाचन की शुचिता, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मतदान के दृष्टिगत रखते हुए पुर्नमतदान की संस्तुति निर्वाचन आयोग से की गई है।