स्वयं को प्रकृति से दूर करना यानि बीमारियों को दावत देना
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। तेजी से बदल रही मनोवृति से हमारे पारिवारिक रिश्ते प्रभावित हो रहे हैं। हम अपने माता-पिता को बोझ समझने की गलती करने लगते हैं। अपने जीवन के उद्देश्य को भूलकर चमक दमक की दुनिया के भ्रमजाल में अपने आप को उलझाते चले जा रहे हैं और स्वयं को प्रकृति से दूर करते जा रहे हैं ।
उपरोक्त संबोधन श्री रामचंद्र मिशन हार्टफुलनेस स ंस्था के जोनल कोऑर्डिनेटर डॉक्टर सुधीर श्रीवास्तव ने आज संस्था के केंद्र पर आए पिथौरागढ़, खडक़पुर पश्चिम बंगाल एवं कानपुर तथा लखनऊ से आए ट्रेनर कमला, डॉ0 सीपी बोहरा, बबीता एवं पश्चिम बंगाल से आए बंसी बदन बेरा, विजय मैती तथा लखनऊ से आए सुयष तिवारी, गोपाल यादव, कृष्णा ने निरंकार सिंह को ग्रामों की तरफ रवाना करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा ध्यान और योग के द्वारा हम अपनी इच्छा शक्ति, स्मरण शक्ति, भावनात्मक दृढ़ता, करुणा, दया और प्रेम एवं आपसी भाईचारे को बढ़ाते हैं। श्री रामचंद्र मिशन से आज लगभग पांच टीमें ब्लॉक कमालगंज के लगभग दो दर्जन से अधिक गांव में गईं। जहां ध्यान और योग के साथ-साथ बायोचार के द्वारा खेती के विषय में भी विस्तार से अवगत कराया गया।
तेजी से बदल रही मनोवृति से पारिवारिक रिश्ते हो रहे प्रभावित
