पटना से बांद्रा जा रही पटना-बांद्रा सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन के जेनरल बॉगी के निचले हिस्से में आग लग गई। घटना के बाद यात्रियों के बीच हड़कंप मच गया। इधर, सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने में जुट गई। यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। करीब तीन घंटे तक कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सकता है। दानापुर-दीनदयाल उपाध्याय रेलखंड के डुमरांव रेलवे स्टेशन के पास हुई। हादसे के बाद ट्रेन के एलएचबी कोच को डुमरांव स्टेशन पर ही छोड़कर अधिकारियों ने ट्रेन को बांद्रा के लिए रवाना किया। इस दौरान इस ट्रैक पर आवागमन पूरी तरह बाधित रहा।
दानापुर-डीडीयू रेलखंड के डुमरांव रेलवे स्टेशन पर उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब 22972 पटना-बांद्रा सुपरफास्ट एक्सप्रेस की जनरल बोगी के निचले हिस्से में अचानक आग लग गई. इससे यात्रियों में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में रेलवे अधिकारियों को सूचित किया गया और ट्रेन को डुमरांव रेलवे स्टेशन पर रोका गया. जहां फायरब्रिगेड की टीम भी पहुंची. रेलवे स्टेशन पर सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालने के बाद 13 सदस्यीय फायरब्रिगेड कर्मियों की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. अच्छी बात ये है कि इस घटना में किसी तरह की जनहानि की सूचना नहीं मिली है. सभी यात्री पूरी तरह से सुरक्षित बताए जा रहे हैं.जानकारी के मुताबिक, जिस बोगी में आग लगी थी उसे वहीं पर छोड़कर ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया. बताया जा रहा है कि पटना-बांद्रा सुपरफास्ट ट्रेन बक्सर जिले के टुड़ीगंज रेलवे स्टेशन से रात 1 बजकर 2 मिनट पर गुजर रही थी. इसी दौरान स्टेशन पर मौजूद रेलवे कर्मचारियों ने ट्रेन की जनरल बोगी के निचले हिस्से से आग की लपटें देखीं. कर्मचारियों ने तुरंत ही रेलवे कंट्रोल रूम को इसके बारे में सूचित किया. स्टेशन पर तैनात कर्मियों ने फायरब्रिगेड को भी इस घटना की सूचना दी.
पहिए और एक्सल के बीच लगी आग
बताया जा हा है कि बुधवार देर रात 1:02 बजे पटना-बांद्रा सुपरफास्ट एक्सप्रेस दानापुर डीडीयू रेलखंड के टुड़ीगंज रेलवे स्टेशन से गुजर रही थी, तभी स्टेशन पर मौजूद रेलवे कर्मचारी देखा कि जनरल बोगी के निचले हिस्से से आग की लपटें निकल रही है। तुरंत रेलवे कंट्रोल रूम और फायर ब्रिगेड को सूचना दिया गया। इसके बाद ट्रेन डुमरांव पर रुकवाई गई। अग्निशमन अधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि आग ट्रेन के एलएचबी कोच के पहिए और एक्सल के बीच लगी थी। तीन घंटे कड़ी मशक्कत के बाद इसपर काबू पा लिया गया7