प्रशासनिक अधिकारी व एनएचएआई के अधिकारियों ने बैठक में लिया भाग
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पदाधिकारियों- प्रशासनिक अधिकारियों एवं टोल प्लाजा के अधिकारियों के बीच कलेक्ट्रेट सभागार में बाहिदपुर में टोल प्लाजा को लेकर वार्ता संपन्न हुई। वार्ता के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों व टोल प्लाजा के अधिकारियों एवं भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पदाधिकारियों ने अपना-अपना पक्ष रखा।
अपर जिला अधिकारी वित्त एवं राजस्व सुभाष चंद्र प्रजापति ने भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पदाधिकारियों से कहा की टोल प्लाजा पर सडक़ का बनना अत्यंत आवश्यक है इसलिए आप लोग सडक़ का निर्माण होने दें एवं उपस्थिति एनएचएआई के अधिकारियों से कहा कि बाहिदपुर में जो टोल प्लाजा बन रहा है उसकी स्थलीय रिपोर्ट बनाकर केंद्र सरकार को भेजें। कानपुर मंडल उपाध्यक्ष प्रभाकांत मिश्रा ने कहा कि टोल आबादी क्षेत्र में नहीं बनेगा। जहां तक सडक़ बनाने की बात है आप डामर रोड बना ले। सीमेंटेड रोड नहीं बनेगी। प्रभाकांत मिश्रा बात पर प्रशासनिक अधिकारी एवं एनएचएआई् के अधिकारी सहमत नहीं हुए। सडक़ के निर्माण कार्य करने की बात कहने लगे। भाकियू के पदाधिकारियों के रुख को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारी एवं एनएचएआई के अधिकारी आपसी समन्वय बनाने की बात करने लगे। एनएचएआई के अधिकारी शिवम सिंह ने कहा कि सडक़ आदि का सर्वे वर्ष 2011 में हुआ था। तब यहां पर आबादी नहीं थी। विदित है कि वर्ष 2011 में इटावा बरेली मार्ग राजमार्ग 29 (एसएच 29) था जो अब नेशनल हाईवे हो गया है एवं बाहिदपुर में जहां टोल प्लाजा का निर्माण हो रहा है वहां पर आबादी वर्ष 2001 से है। सभागार में उपस्थित दुकान मकान एवं स्कूल के मालिकों ने कहा कि हम किसान हैं। प्रशासनिक अधिकारियों एवं एनएचएआई के अधिकारियों द्वारा हमारा उत्पीडऩ किया जा रहा है। टोल प्लाजा बाहिदपुर में आबादी में प्रस्तावित नहीं था। यह टोल प्लाजा मुरहास कन्हैया के समीप बनना था। एनएचएआई के अधिकारी कागज दिखाने को तैयार नहीं है जो नितांत गलत है। जिला प्रवक्ता एवं विधिक सलाहकार अजय कटियार ने कहा कि टोल प्लाजा का निर्माण आबादी क्षेत्र में नहीं होगा। इस दौरान जिलाध्यक्ष अरविंद शाक्य, अभय यादव, अनीस सिंह, अरुण कुशवाहा, इंदर सिंह, प्रदीप कुशवाह आदि किसान उपस्थित रहे।