लखनऊ।प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बुधवार को डॉ0 शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ के नैक मूल्यांकन हेतु तैयार प्रस्तुतिकरण की समीक्षा की।विश्वविद्यालय पहली बार नैक ग्रेडिंग हेतु अपनी सेल्फ स्टडी रिपोर्ट दाखिल करने की तैयारी कर रहा है।राज्यपाल ने बैठक में मूल्यांकन के सभी सातों क्राइटेरिया पर विश्वविद्यालय की नैक कमेटी के सदस्यों से बिंदुवार तैयारियों की जानकारी ली।
समीक्षा के दौरान राज्यपाल ने प्रस्तुतिकरण को बेहतर करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में इस विश्वविद्यालय द्वारा अन्यतम योगदान दिया जा रहा है।इस योगदान का विशेष शब्दों के साथ सशक्त वर्णन एसएसआर में दर्शाया जाए।उन्होंने विश्वविद्यालय में ट्रांसजेंडर्स की शिक्षा,उनके आर्थिक उर्पाजन के साधनों पर शोध तथा उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल करने हेतु किए गए कार्यों को एसएसआर में प्रमुखता से दर्शाने को कहा।राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक गतिविधियों का आवलोकन करते हुए निर्देश दिया कि विश्वविद्यालय की विशेषता को ध्यान में रखते हुए गाँवों में गतिविधियों के दौरान उस क्षेत्र में दिव्यांग बच्चों का चिह्निकरण भी करें।उन्होंने कहा कि अपनी बेहतर गतिविधियों को समृद्ध भाषा संयोजन में प्रस्तुत करें।राज्यपाल ने प्रस्तुतिकरण समीक्षा करते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय देश में अपनी अन्यतम शैक्षिक व्यवस्था को प्रदान करता है,जो अपने विशेष छात्रों के आम जीवन में आशातीत परिवर्तन लाने की क्षमता रखता है।इस क्षमता सम्बर्द्धन के विकास को उन्होंने प्रस्तुतिकरण के विवरण में जोड़ने को कहा।उन्होंने कहा कि क्षमताओं के विकास को जारी रखने के लिए विश्वविद्यालय प्रदेश के प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के साथ एसओयू करके अपने संसाधनों को बेहतर बनाने में उनका योगदान भी ले।राज्यपाल ने प्रस्तुतिकरण में हाइपर लिंक में लगाए गए फोटो पर गतिविधि विवरण स्पष्ट न होने की कमी को भी लक्ष्य किया।उन्होंने कहा कि प्रत्येक फोटो के साथ गतिविधि का स्पष्ट विवरण लगाएं। राज्यपाल ने सम्यक प्रस्तुतिकरण के अभाव पर प्रतिक्रिया देते हुए बैठक में दिए गए निर्देशों को अनुपालन कराने को कहा। उन्होंने कहा कि नैक मूल्यांकन के उच्चतम ग्रेड हेतु सशक्त तैयारी के साथ एसएसआर दाखिल करें।
बैठक में अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ0 सुधीर महोदव बोबडे,विशेष कार्याधिकारी शिक्षा पंकज जॉनी,विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 राणा कृष्णपाल सिंह तथा नैक टीम के सभी सदस्य एवं अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।