Headlines

फूलों की रक्षा करने वाला में तीखा जार हूं: धर्मेश अविचल

मेला रामनगरिया वैदिक क्षेत्र में कवि सम्मेलन का हुआ आयोजन
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। आर्य प्रतिनिधि सभा के तत्वावधान में मेला श्रीरामनगरिया में चल रहे वैदिक क्षेत्र में चरित्र निर्माण शिविर में विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। आचार्य चन्द्रदेव शास्त्री, डॉ0 शिवराम आर्य, धर्मवीर रस्तोगी, मुन्ना यादव, प्रमोद आर्य ने दीप प्रज्वलित कर कवि सम्मेलन का शुभारंभ किया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्षा मोनिका यादव रहीं। गुरुकुल इंद्रप्रस्थ से आये ओज कवि धर्मेश अविचल ने कहा कि नहीं सामने टिकते दुश्मन सुन मेरी ललकार है। सागर भी रास्ता देता है, सुन धुन की टंकार है।। फूलों की रक्षा करने वाला में तीखा जार हूं। मैं शब्दों से वार करुं, मेरी कविता हथियार है। आगरा से आयीं कवयित्री ममता वाणी ने कहा कि स्वार्थ की चाह में परिवार बदल जाते हैं। रात ही रात में अखबार बदल जाते हैं।। आज के दौर में विश्वास नहीं अपनों का। देखते देखते किरदार बदल जाते हैं।। हरियाणा से आये जादूगर सम्राट देशराज भारतीय ने कहा कि क्या जोश है, क्या होश है और क्या जवानी है। ये जाति-धर्म और क्षेत्र सब बाद में सबसे पहले हम सच्चे हिन्दुस्तानी हैं।। हास्य रस कवि सबरस मुरसानी ने कहा कि स्वारथ को जो भी जीते हैं, उनकी भी क्या जिन्दगानी है। जो मातृभूमि पर मिट न सकी, वो भी क्या यार जवानी है। मंच का संचालन सूरज बेनीवाल ने किया। कार्यक्रम में यशवीर आर्य, योगेंद्र कुमार, घनश्याम यादव, सुरेश यादव, सत्यम कटियार, सुरेश चंद्र वर्मा, काशीराम आर्य, उत्कर्ष आर्य, सीमा यादव, प्रियंवदा आया, उपासना आर्या, रेनू आर्या, विनोद वाला आर्या, डॉ0 अर्चना शास्त्री, माद्री आर्या, उदिता आर्या, रितु आर्या, नीलम आदि उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *