IAS आशीष गोयल और भानु चंद्र गोस्वामी को तत्काल प्रयागराज पहुंचने को कहा गया है। 2019 अर्ध कुंभ गोयल और गोस्वामी की जोड़ी ने विजय किरण के साथ मिलकर करवाया था। भानु तब DM और प्राधिकरण के VC थे। आशीष गोयल तब के इलाहाबाद के कमिश्नर और अर्धकुंभ मेला के प्रभारी थे।
कुंभ 2019 में दो अधिकारियों की जोड़ी खूब सुर्खियों में रही थी. इसी के बाद IAS आशीष गोयल और भानु गोस्वामी की इस जोड़ी को एक बार फिर महाकुंभ 2025 की अहम जिम्मेदारी सौंप दी गई है. दोनों अधिकारी 12 फरवरी तक कुंभ में कड़ी सुरक्षा और व्यवस्था को बनाए रखने के लिए अहम जिम्मेदारी निभाएंगे. महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन 29 जनवरी को कुछ ऐसा हुआ जिसकी अपेक्षा किसी ने भी नहीं की थी. महाकुंभ में मौनी अमावस्या के मौके पर पवित्र डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालु बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए, इसी के बाद वहां भगदड़ मच गई. अब सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने के लिए और व्यवस्था को मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई बैठक में सरकार ने तय किया है कि IAS आशीष गोयल और भानु गोस्वामी को महाकुंभ में अहम जिम्मेदारी सौंपी जाएगी.
2019 में संभाली अहम जिम्मेदारी
महाकुंभ में मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई है. इसी के बाद अब महाकुंभ में अनुभवी ऑफिसर्स की ड्यूटी लगाई गई है. यूपी सरकार ने एक बार फिर गोयल और गोस्वामी पर भरोसा जताया है. पूर्व में प्रयागराज के मंडलायुक्त रह चुके आशीष गोयल और एडीए के वीसी रहे भानु गोस्वामी को तत्काल प्रभाव से प्रयागराज पहुंचने के लिए कहा गया है.IAS आशीष गोयल और भानु गोस्वामी इससे पहले भी कुंभ में जिम्मेदारी निभा चुके हैं और दोनों ही अनुभवी है. यूपी सरकार को महाकुंभ की जिम्मेदारी संभालने के लिए अनुभवी अधिकारियों की ही आवश्यकता थी, इसी के चलते इन दोनों को इस काम के लिए चुना गया है और तत्काल प्रयागराज पहुंचने के लिए कहा है.