डीएम ने बनाई पांच सदस्यीय जांच कमेटी
बहराइच: हरदी थाना क्षेत्र निवासी परास्नातक की छात्रा ने जिला पंचायत राज अधिकारी पर शौचालय दिलवाने के नाम पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है. इसमें महसी के प्रभारी एडीओ पंचायत पर छात्रा को डीपीआरओ आवास पर ले जाने का आरोप है. डीएम मोनिका रानी ने पांच सदस्यीय टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए हैं. हरदी थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी छात्रा शहर के डिग्री कॉलेज से पोस्ट ग्रेजुएशन कर रही है. छात्रा ने डीएम मोनिका रानी को शिकायती पत्र भेजा है. छात्रा का आरोप है कि उसकी मां ने शौचालय के लिए आवेदन किया था. इस पर विकास भवन स्थित डीपीआरओ कार्यालय में उसे दीवाली के पहले बुलाया गया था. वहां पर महसी ब्लॉक के प्रभारी एडीओ पंचायत अपने साथ डीपीआरओ दफ्तर ले गए. इसके बाद शौचालय दिलवाने के नाम पर जिला पंचायत राज अधिकारी के आवास पर लेकर गए. आरोप है कि डीपीआरओ के कमरे में प्रभारी एडीओ पंचायत ने छात्रा को भेजा. कमरे के अंदर डीपीआरओ ने उसके साथ दुष्कर्म किया. मुह बंद रखने के लिए छात्रा को पांच हजार रुपये दिये गये. साथ ही जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप है. छात्रा का कहना है कि इस दौरान वीडियो भी शूट किया गया. मामले को लेकर डीएम ने सीडीओ, जिला विद्यालय निरीक्षक, सिटी मजिस्ट्रेट समेत पांच अधिकारियों की टीम गठित कर जांच का आदेश दिया है. आरोप लगने के बाद डीपीआरओ छुट्टी पर चले गये हैं. छात्रा ने डीएम से कहा कि श्रीमान जी मेरा हाथ जोड़कर निवेदन है कि आप डीपीआरओ के काले कारनामे की सीबीआई से जांच करवाएं। इनके मोबाइल में मेरी जैसी अन्य लड़कियों की वीडियो मिल जाएगी। इनको कड़ी से कड़ी सजा दिलवाइए क्योंकि मेरा तो मरना तय है या तो ये लोग हमें मार देंगे नहीं तो मैं खुद आत्महत्या कर लूंगी। अगर कोई ऐसी घटना की सूचना भविष्य में मिलती है तो उसके पीछे यही कारण रहेगा। अगर बची रह गई तो आपके पास लखनऊ में मुख्यमंत्री जी के पास आकर बयान देने का प्रयास करूंगी। आप से प्रार्थना है कि मैं तो मरूंगी पक्का है लेकिन इन लोगों को सजा जरूर दिलवाएगा।