फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। भारतीय कृषक एसोसिएशन द्वारा मुख्यमंत्री सम्बोधित ज्ञापन नगर मजिस्टे्रट को सौंपा गया। किसानों की जनहित समस्याओं को लेकर ज्ञापन में दर्शाया गया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कायमगंज व शमशाबाद में सरकारी सम्पत्ति से अवैध कब्जा हटवाया जाये। जिन डाक्टरों की नई पोस्टिंग हुई है उन्हे आवास उपलब्ध कराये जाये। डाक्टर विपिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात था। अवैध वसूली व दवाइयां मेडिकल से लिखना तथा मरीज की हत्या का ३०२ हत्या का अपराध आदि के मामले में स्वास्थ्य केंद्र से हटा दिया गया था। मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा बड़ी रिश्वत लेकर पुन: उपाधीक्षक पद पर तैनात किया गया है। इसकी जांच कराकर उन्हें हटाया जाये। सीएमओ का कार्यकाल तीन वर्ष से अधिक हो चुका है। डा0 विपिन को कायमगंज से हटाकर जहां तैनात थे। वहां भेजा जाये। जनपद में बिजली आने का कोई समय नहीं है। रोस्टर के अनुसार बिजली दी जाये। मीटर रीडर गलत रीडिंग जेई और एक्सईएन की मिलीभगत से भेज रहे है। मीटर रीडिंग सही कराने में जेई और एक्सईएन का बड़ा खेल है। गलत रीडिंग के लिए रीडरों को दंडित कर उपभोक्ता का बिना रिश्वत बिल ठीक किया जाये। कायमगंज तहसील में उप जिलाधिकारी १०७, ११६, १५१ सीआरपीसी जमानत के लिए खुलेआम ५ हजार रुपये की रिश्वत लेते है। उन्हे तत्काल हटाया जाये। खाद्य सुरक्षा सैम्पल और लाइसेंस के नाम से दुकानदारों से वसूली की जा रही है। इस रिश्वत खोरी को बंद किया जाये। दालों की कालाबाजारी रोकी जाये। रेलवे स्टेशन कायमगंज व पखना स्टेशन पर गाडिय़ों का ठहराव हो। आलू पर आधारित उद्योग लगाया जाये। किसान चीनी मिल कायमगंज का नवीनीकरण व विस्तार किया जाये। हथियापुर सरकारी संग्राहलय २० वर्ष से बंद है। हजारों करोड़ रुपये से बना है। उसे चालू करवाया जाये आदि मांगों को लेकर ज्ञापन दिया। वहीं दूसरे ज्ञापन में राजस्व लेखपाल बगैर सुविधा शुल्क लिये रिपोर्ट नहीं लगाते है, कार्यवाही की जाये। एसडीएम मेड़बंदी के नाम पर सुविधा शुल्क लिये बिना पैमाइश नहीं कराते है। भूड़ नगरिया सब स्टेशन पर बिजली आने व जाने का कोई समय नहीं है। किसान परेशान है। प्राइवेट स्कूल की फीस कम की जाये व किताबों की कीमतों में सुधार किया जाये। रेलवे स्टेशन पखना पर मच्छली मीट की दुकानें बंद करायी जाये। गुरुशादी नगर में हैण्डपम्प रिबोर कराये जाये, आदि मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर जिलाध्यक्ष शीलचन्द्र राजपूत, गजेन्द्र सिंह, रामनारायण, आदेश कुमार, राजेश सिंह, रामप्रकाश, रामवीर सिंह आदि किसान नेता मौजूद रहे।