पीडि़तों की मदद के लिए नहीं पहुंची स्वास्थ्य टीम
कंपिल, समृद्धि न्यूज। क्षेत्र के करीब दो दर्जन से अधिक गांवों में इस समय जिधर भी निकलिए चारों तरफ बाढ़ का पानी नजर आ रहा है। ग्रामीणों के उदास चेहरों पर बाढ़ की बेबसी दिख रही है। कंपिल-बदायूं मार्ग शनिवार सुबह से बंद हो गया था। इसके अलावा कई गांवों को कंपिल से जोडऩे वाले मार्गो पर दो-दो फीट पानी बहने के कारण पूरी तरह से बंद हैं। इस बार बाढ़ की भयावहता इतनी है कि कई वर्षों बाद कंपिल कस्बे के निकट बाढ़ का पानी पहुंच चुका है। पथरामई, बहबलपुर, मिस्तनी, शाहपुर, गंगपुर, सवितापुर, सिंगनपुर, पुंथर, इकलहरा, नुनेरा, राईपुर चिनहटपुर सहित कई गांवों में पानी घुस चुका है। पथरामई गांव की शीला देवी का कहना है कि पिछले कई दिनों से गांव के लोग पानी से घिरे हुए हैं, लेकिन अभी कहीं से कोई टीम मदद के लिए नहीं पहुंची है। गांव में कई दिनों से बाढ़ का पानी जमा है। अब उसमें सडऩ भी शुरू हो गई है, लेकिन अभी तक गांव में स्वास्थ्य विभाग की कोई टीम नहीं पहुंचीं है।
दो दर्जन से अधिक गांव डूबे, नाव की व्यवस्था एक की
बिहारीपुर निवासी सुखबीर ने बताया कि गांव के हर तरफ पानी ही पानी भरा हुआ है सांसद मुकेश राजपूतए जिलाधिकारी संजय सिंहए यूपी जिला अधिकारी यदुवंश कुमार वर्माए तहसीलदार संतोष कुमार कुशवाहाए नायब तहसीलदार सनी कनौजिया से कई बार क्षेत्र में नाव लगवाने की मांग की गई लेकिन प्रशासन ने किसी भी बात को गंभीरता से लेना मुनासिब नहीं समझा। विगत वर्ष आए सांसद मुकेश राजपूत से भी उन्होंने गांव में बांध बनवाने की मांग की थी जिससे कि निकट भविष्य में उन्हें बाढ़ से राहत मिल सके। परेशान किसानों ने बताया कि अगर सुविधा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए तो दुर्घटनाएं और भी हो सकती हैं।
इकलहरा के नूरआलम का कहना है कि गांव के अधिकांश लोग मेहनत मजदूरी से जुड़े हैं। बाढ़ के चलते लोगों का काम ठप है। घर की रही.सही पूंजी भी अब खत्म हो चली हैए लेकिन अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं मिली है।