भारतीय अंतरिक्ष एवं अनुसंधान संगठन (इसरो) के ऐतिहासिक 100वें मिशन की उल्टी गिनती मंगलवार तड़के शुरू हो गई। इस मिशन के तहत आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष केंद्र से जीएसएलवी रॉकेट के जरिए नेविगेशन उपग्रह एनवीएस-2 का प्रक्षेपण किया। लगभग 20 मिनट उपग्रह कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया गया।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने सुबह 6 बजकर 23 मिनट पर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से NVS-02 को ले जाने वाले अपने GSLV-F15 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया. यह देश के अंतरिक्ष केंद्र से इसरो का 100वां प्रक्षेपण है. इसरो का ये मिनश सफल हो गया है. इसरो ने मिशन को लेकर कहा है कि मिशन सफल सफल हो गया है. भारत अंतरिक्ष नेविगेशन में नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया है. इसरो के मिशन सफल होने पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, ‘श्रीहरिकोटा से 100वें प्रक्षेपण की ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने के लिए ISRO को बधाई. इस रिकॉर्ड उपलब्धि के ऐतिहासिक क्षण में अंतरिक्ष विभाग से जुड़ना सौभाग्य की बात है. टीम ISRO, आपने एक बार फिर GSLV-F15 / NVS-02 मिशन के सफल प्रक्षेपण से भारत को गौरवान्वित किया है.’ उन्होंने कहा, ‘विक्रम साराभाई, सतीश धवन और कुछ अन्य लोगों द्वारा एक छोटी सी शुरुआत से, यह एक अद्भुत यात्रा रही है और पीएम मोदी द्वारा अंतरिक्ष क्षेत्र को “अनलॉक” करने और यह विश्वास जगाने के बाद कि “आकाश की कोई सीमा नहीं है” यह एक बड़ी छलांग है.’
यह इसरो के अध्यक्ष वी नारायणन के नेतृत्व में पहला मिशन है। उन्होंने 13 जनवरी को पदभार संभाला था। प्रक्षेपण से पहले इसरो अध्यक्ष नारायणन ने तिरुपति मंदिर में पूजा अर्चना की।
#WATCH | Tirumala, Andhra Pradesh: On the launch of GSLV-F15, ISRO chairman Dr V Narayanan says, "We are going to have the first launch of the year 2025. GSLV-F15 vehicle is going to place the second generation navigation satellite NVS-02 for navigation in the geo transfer orbit.… https://t.co/prKru5QaPV pic.twitter.com/5xw4EUWE2j
— ANI (@ANI) January 28, 2025