फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का उद्देश्य समाज में महिलाओं को बराबरी का हक दिलाना साथ ही किसी भी क्षेत्र में महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव को रोकने के मकसद से भी इस दिवस को मनाया जाता है। इस दिन महिलाओं के अधिकारों की तरफ लोगों का ध्यान आकर्षित करने और उन्हें जागरूक करना है।
समाजसेवी/साहित्यकार व युवा कवि जगमोहन सिंह मुसाफिर ने बताया कि नारी संसार का आधार है नारी के बिना इस संसार की कल्पना असंभव है और महिलाएं सशक्त हो, उसके लिए सर्वप्रथम आवश्यकता है, सामाजिक परिवर्तन की सदियों से समाज में व्याप्त सामाजिक कुरीतियों, कुप्रथा, विक्षिप्त मानसिकता को समाप्त कर महिलाओं प्रति सहयोग सम्मान वाला होना चाहिए।आम महिलाओं की छोटी सी दुनिया के एक छोटे से मगर एक बुनियादी सवाल पर पूरे भारत में चर्चा की आंधी है। इस चर्चा में कहीं आहत भावनाओं का उमड़ता समुन्द्र है, तो कहीं ठंडे तर्क की तीखी धार, कहीं सरिया परम्परा की तार्किक समीक्षा हैं। तो कहीं संविधान में स्थापित मूल्यों का गहन विवेचन। कहने को महिला सशक्तिकरण के लिये कई तरह के हर वर्ष मार्च महीने में महिला दिवस मनाते है। महिला दिवस पर प्रवधान और सरकार कानून बनाती है। फिर भी महिलाओं को अधिकार एवं भी सुधार क्यों नहीं और आज आजादी के बाद भी महिलाएं पर हिंसा रुकने नाम नही ले रही है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर समाज की चेतना को जागृत किया जाना चाहिए।