समाजसेवी व संत समिति के अध्यक्ष ने भी घटना की कड़ी निंदा
पीडि़त परिजनों को एक करोड़ का मुआवजा देने की मांग
पत्रकारों की सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार बनाए कानून
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या किये जाने के विरोध में पत्रकारों, समाजसेवी व संतों ने विरोध प्रदर्शन कर मृतक पत्रकार को श्रद्धांजलि दी। कलमकारों ने प्रधानमंत्री सम्बोधित ज्ञापन एसडीएम सदर रजनीकांत पांडे को सौंपा। परिवार को एक करोड रुपए मुआवजा, सरकारी नौकरी और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई तथा पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कानून बनाये जाने की मांग की।
आवास विकास तिराहा पर पत्रकार मुकेश चंद्राकर की श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। बड़ी संख्या में पत्रकारों ने पहुंचकर मुकेश चंद्राकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर व कैंडिल जलाकर श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि सभा में पंचदस नाम जूना अखाड़ा प्रमुख संत सत्यगिरी महाराज ने भी श्रद्धांजलि दी। पत्रकार अरुण सिंह ने कहा कि मुकेश चंद्राकर एक साहसी पत्रकार थे। नक्सली क्षेत्र में उनकी रिपोर्टिंग सदियों तक याद की जाएगी। आलोक दुबे ने कहा कि मुकेश चंद्राकर ने 2021 में नक्सलियों के चंगुल फैंस सीआरपीएफ जवान को बचाकर लाने का काम किया था। उनकी निर्मम हत्या हृदय विदारक है। ऋषि सेंगर ने कहा कि वह मांग करते हैं कि मृतक के परिवार में एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी व एक करोड रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए। अमोद तिवारी ने कहा कि आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्यवाही कर की संपत्ति जप्त की जाए। वाहिद हुसैन ने कहा कि पत्रकार सबकी बात रखते है, लेकिन पत्रकारों की पीड़ा कोई नहीं समझता। प्रमोद शुक्ला ने कहा कि कई बार पत्रकारों के ऊपर हमले हुए, लेकिन सरकार ने समय पर अगर कठोर कानून बनाया होता तो ऐसी घटना नहीं होती। हिंदू महासभा युवा प्रदेश अध्यक्ष विमलेश मिश्रा, विश्व हिंदू परिषद जिला उपाध्यक्ष डॉ0 अविनाश पांडे, हिंदूवादी नेता विपिन अवस्थी, कवि वैभव सोमवंशी, वीर सिंह अंबेडकर ने भी घटना पर शोक व्यक्त किया। इस दौरान अनुज कुमार, अजय कुमार मौर्य, रॉबिन कपूर, पंकज प्रकाश, शिव किशोर, रेहान खान, अमर साइमन, उत्कर्ष चतुर्वेदी, इमरान खान, अंकित माथुर, मुकेश बाथम, जितेंद्र कश्यप, अतुल जैन, अजय चौहान आदि मौजूद रहे।