फर्रुखाबाद/ कायमगंज , समृद्धि न्यूज। टार्च की रोशनी में प्रसव कराने व कई घंटे बाद प्रसूता को टांके लगाने के मामले को डिप्टी सीएम ने गम्भीरता से लिया और जांच के आदेश दिये। जिसके बाद मुख्य चिकित्साधिकारी ने कायमगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्साधीक्षक को तत्काल प्रभाव से हटाते हुए उन्हें तत्काल फतेहगढ़ पुलिस लाइन के अस्पताल में तैनात कर दिया। बीते दिन कायमगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव के दौरान रोशनी की व्यवस्था चिकित्साधीक्षक द्वारा न किये जाने व टार्च की रोशनी में प्रसव कराने व तीन घंटे तक प्रसूता के लगाये गये चीरे के टांके न लगाये जाने का मामला जब प्रकाश में आया, तो प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने इसका संज्ञान लेते हुए जांच के अदेश दिये। जिसके बाद मुख्य चिकित्साधिकारी ने कायमगंज चिकित्साधीक्षक डॉ0 सरबल इकबाल सिद्दीकी को वहां से हटा दिया और डॉ0 विपिन सिंह को उनके स्थान पर तैनात कर दिया। वहीं बताते चलें कि चर्चा यह भी है कि बीते दिन घटी घटना के अलावा कई और भी ऐसे प्रकरण हैं जो डाक्टर सिद्दीकी चर्चा में बने हुए थे। यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। जिसमें संबंधित चिकित्सक द्वारा लापरवाही सामने आयी। फिलहाल मामले की जांच चल रही है। अब देखना है कि दोषी पाये जाने पर क्या कार्यवाही होती है। देखा जाये, तो जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर डॉ0 राम मनोहर लोहिया अस्पताल की भी स्थिति कुछ ऐसी ही है। बीते दिन चिकित्सा के अभाव में पीकू वार्ड में कुछ ही घँटे के अंतराल में दो मासूम बच्चों की जान चली गयी। इस घटना को लेकर भी तरह-तरह के सवाल धर के भगवान कहे जाने वाले चिकित्सकों पर उठ रहे हैं, जबकि सरकार बार-बार दावे कर रही है कि सभी को नि:शुल्क औषधि उपलब्ध करायी जा रही है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। कहीं चिकित्सक नहीं, तो कहीं औषधि के अभाव में मरीज दम तोड़ रहे हैं।