14 दिन में आजीवन कारावास व 2 माह के अन्दर अभियुक्त को दी मृत्युदंड की सजा
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। विशेष न्यायालय पॉक्सो एक्ट न्यायाधीश सुमित प्रेमी के द्वारा अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2024 तक पॉक्सो कोर्ट में कुल 489 मुकदमों का निस्तारण किया गया। जिसमें 210 जमानत प्रार्थना पत्र, जुबनाइल अपीलें 28, परिवाद निस्तारण 50, फौजदारी प्रकीर्ण वाद 27, 156 (3) सी.आर.पी.सी. के कुल 27, फाइनल रिपोर्ट निस्तारण के 70, एसएसटी के कुल ७७ मामलों, दोष सिद्ध के कुल 35, दोष मुक्त के कुल 25 तथा अनकनस्टेडि के कुल १७ मामलों का निस्तारण कर 24,71000 जुर्माना वसूल किया गया। मृत्यु दण्ड के ०२ माले, तीन मामलों में कुल 5 वर्ष का कारावास, 10 मामलों में कुल 7 वर्ष का कारावास, 2 मामले में 4 वर्ष का कारावास, कुल 6 मामले में 10 वर्ष का कारावास, 6 मामले में आजीवन कारावास, 6 मामलों में 3 वर्ष का कारावास, कुल 849 साक्षी परिचित कराए गए। उच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित किए गये एक्शन प्लान के अन्तर्गत 40 मुकदमे का निस्तारण किया गया और यह बहुत उल्लेखनीय रहा है। वर्ष 2015 में मुकदमे को गुणदोष के आधार पर सभी का निस्तारण किया गया। जो कि न्यायालय का बहुत ही अच्छा रिकार्ड है। इस वर्ष रिकार्ड स्तर पर मुकदमों का निस्तारण किया गया। जो कि एक सर्वोत्तम रिकॉर्ड है। एक विशेष सत्र परीक्षण में न्यायालय द्वारा 14 दिन में सुनवाई पूरी कर अभियुक्त को आजीवन कारावास से दण्डित किया गया तथा एक मामले में जो कि जघन्य अपराध का था जिसमें न्यायालय द्वारा शीघ्र सुनवाई करते हुए 2 माह के अन्दर अभियुक्त को मृत्युदंड की सजा से दण्डित किया गया। माननीय न्यायालय द्वारा मुकदमों का निस्तारण गुण दोष के आधार पर अधिक से अधिक किया गया तथा वादी द्वारा फर्जी मुकदमे लिखाए जाने तथा न्यायालय में गवाही से मुकर जाने से झूठी गवाही देने पर धारा 22 पॉक्सो एक्ट की कार्यवाही की गयी। जिसका असर ये हुआ कि फर्जी मुकदमे में कमी आई है। जिसका श्रेय न्यायालय को जाता है। अभियोजक पक्ष के अधिवक्ता विकास कटियार तथा प्रदीप सिंह, अनुज कटियार का मुकदमों के निस्तारण में विशेष सहयोग रहा।