सुंदर भाटी गिरोह को उम्र कैद की सजा सुनाने वाले जज को हाइवे पर बदमाशों ने दिखाये असलहे

  • अनिल कुमार फर्रुखाबाद में विशेष न्यायधीश (ईसी एक्ट) पद पर तैनात हैं
  • जज का पीछा करने वाली गाड़ी अलीगढ़ के नंबर की थी

नोएडाः कुख्यात सुंदर भाटी गैंग को उम्रकैट की सजा सुनाने वाले जज की जान उस वक्त मुश्किलों में फंस गई, जब उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हाईवे पर बदमाशों ने उन्हें घेर लिया. फर्रुखाबाद में विशेष न्यायाधीश (ईसी एक्ट) अनिल कुमार कार से नोएडा जा रहे थे, तभी एक बोलेरो में सवार पांच लोग उनका पीछा करने लगे और यही नहीं उनकी गाड़ी को ओवरटेक करके बोलेर आगे लगा दी और उन्हें रोकने की कोशिश करने लगे. सड़क पर बोलेरो खड़ी कर उन्हें रोकने की कोशिश की गई। वह बचकर निकले तो कई बार असलहा दिखाकर उन्हें रोकने की कोशिश की और धमकी दी। सोफा पुलिस चौकी पर उन्होंने कार रोकी तो बदमाश फरार हो गए। घटना की साजिश में सुंदर भाटी गिरोह के शामिल होने की शक जताया गया है।अनिल कुमार फर्रुखाबाद में विशेष न्यायधीश (ईसी एक्ट) पद पर तैनात हैं। 13 दिन पहले नोएडा जाते समय रास्ते में यह वारदात हुई। दो दिन पहले घटना की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस हरकत में आई और सीसीटीवी कैमरे खंगालने शुरू किए। न्यायाधीश डाक्टर अनिल कुमार का पीछा किए जाने की घटना से छह दिन पहले ही कुख्यात सुंदर भाटी सोनभद्र जेल से रिहा हुआ है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। यह भी जानकारी की जा रही है कि घटना वाले दिन सुंदर भाटी कहां था। उसने अलीगढ़ में पहले कोई वारदात तो नहीं की, यहां उसका कोई नेटवर्क तो नहीं है। पुलिस इसका भी रिकार्ड जुटा रही है, लेकिन फिलहाल उसका यहां कोई आपराधिक इतिहास नहीं मिला है। घटना की प्राथमिकी में विशेष न्यायाधीश (ईसी एक्ट) फर्रुखाबाद डाक्टर अनिल कुमार ने साफ कहा है कि पांच अज्ञात व्यक्तियों ने मुझे आतंकित किया और मारने के इरादे से हमले की कोशिश की। उन्होंने जब कार सोफा पुलिस चौकी के सामने रोकी तो बदमाश अपनी कार मोड़कर फरार हो गए। उन्होंने कहा है कि सुंदर भाटी और उसके गिरोह के सदस्यों की पहले कभी दोषसिद्धी नहीं हुई थी, उन्होंने ही पहली बार 2021 में सुंदर भाटी और गिरोह के सदस्यों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई, हो सकता है कि सजा का बदला लेने के लिए ही हमले की साजिश रची गई हो। सुंदर भाटी ग्रेटर नोएडा के गांव घघौला का रहने वाला है। उसके और पूर्व जिला पंचायत नरेश भाटी गिरोह के बीच गैंगवार पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सुर्खियों में रही है। साठ से अधिक मामले उस पर दर्ज हैं। सपा नेता हरेंद्र नागर और उनके गनर की हत्या में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद वह 23 अक्तूबर को सोनभद्र जेल से रिहा हुआ था। इसके छह दिन बाद 29 अक्तूबर को न्यायाधीश का पीछा किए जाने की घटना हुई।डाक्टर अनिल कुमार ने जिस बोलेरो गाड़ी से पीछा किए जाने की बात कही है, उसका नंबर यूपी 81-7882 बताया है। गाड़ी सफेद रंग की थी।

जेल से रिहा हो चुका है सुंदर भाटी
बता दें कि सुंदर भाटी ग्रेटर नोएडा के घघौला गांव का रहने वाला है. उसके और पूर्व जिला पंचायत नरेश भाटी गिरोह के बीच गैंगवार पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सुर्खियों में रही है. 60 से अधिक मामले उसपर दर्ज हैं. जज ने सपा नेता हरेंद्र नागर और उनके गनर की हत्या मामले में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद वह 23 अक्टूबर को सोनभद्र जेल से रिहा हुआ था और ठीक इसके 6 दिन बाद 29 अक्टूबर को न्यायाधीश का पीछा किए जाने की घटना हुई.

पुलिस सुंदर भाटी के कनेक्शन का लगा रही है पता
बता दें कि जज अनिल कुमार का पीछा किए जाने की घटना से 6 दिन पहले ही कुख्यात सुंदर भाटी सोनभद्र जेल से रिहा हुआ है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. यह भी जानकारी जुटाई जा रही है कि घटना वाले दिन सुंदर भाटी कहां था. अलीगढ़ में सुंदर भाटी के नेटवर्क का पता लगाया जा रहा है. पुलिस को अभी तक अलीगढ़ में सुंदर भाटी के खिलाफ कोई आपराधिक इतिहास नहीं मिला है. घटना को लेकर अनिल कुमार ने स्पष्ट रूप से कहा कि पांच अज्ञात व्यक्तियों ने मुझे आतंकित किया और मारने के इरादे से हमले की कोशिश की.

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