शमशाबाद, समृद्धि न्यूज। मां के साथ टीकाकरण कराने गए शिशु को एएनएम ने एक साथ तीन इंजेक्शन लगा दिये। जिससे शिशु की हालत बिगड़ गयी। परिजनों के विरोध करने पर एएनएम लड़ाई झगड़े पर आमादा हो गयी। जानकारी के अनुसार प्रदेश सरकार जहां एक ओर शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य केंद्र स्थापित कर गरीबों को नि:शुल्क लाभ दिलाने का प्रयास कर रही है। वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी खासकर महिला चिकित्सक मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैंं। ऐसा ही एक मामला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रोशनाबाद में देखने को मिला। जहां लगभग 1 वर्षीय शिशु को अस्पताल की एएनएम द्वारा जन्म प्रमाण पत्र देखे बिना लापरवाही का परिचय देकर एक साथ तीन-तीन इंजेक्शन लगा दिए गए। घटना के संबंध में बताया गया है शमशाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम रोशनाबाद निवासी विकास मंगलवार को अपने 1 वर्षीय पुत्र वरुण का टीकाकरण कराने के लिए रोशनाबाद के स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा। एएनएम ने प्रमाण पत्र देखे बिना एक साथ तीन इंजेक्शन लगा दिए। एक साथ तीन इंजेक्शन लगाने का जब विरोध किया गया, तो एएनएम ने आंखें तरेरते हुआ कहा बच्चे को कुछ नहीं होगा। इसको लेकर महिला स्वास्थ्य कर्मी तथा पीडि़त के मध्य काफी देर तक बाद विवाद होता रहा। आखिरकार कुछ संभ्रांत लोगों के समझाने पर विकास पत्नी सरिता के साथ अपने अबोध पुत्र को लेकर घर चला गया। आरोप है बीते दिवस की रात्रि अबोध बालक की अचानक हालत बिगड़ गई और हाथ पैर अकड़ गए। बच्चे की बिगड़ती हालत देख महिला घबरा गई। आनन-फानन में बच्चे को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शमशाबाद लेकर पहुंची। जहां हालत खराब देख बच्चे को कायमगंज भेजा गया। जहां से भी उसे रेफर कर दिया गया। जिस पर पीडि़त ने उसे एक प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती कराया। जहां उसका उपचार जारी है। पीडि़त ने बताया कि उसने स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों से एएनएम की शिकायत की, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई।