बाराबंकी: शिक्षकों की डिजिटल हाजिरी को लेकर शिक्षक अब भी विरोध कर रहे हैं। वहीं, बेसिक शिक्षा विभाग ने अब सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। बाराबंकी में शिक्षकों पर ऐक्शन शुरू हो गया है। बीएसए ने डिजिटल हाजिरी न लगाने वाले करीब 11,000 शिक्षकों और शिक्षा मित्रों का दो दिन का वेतन/मानदेय काटने के आदेश दिए हैं। अन्य जिलों में भी शिक्षकों को चेतावनी दी जा रही है। उधर महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने गुरुवार को इस मुद्दे पर बीएसए और बीईओ की मीटिंग बुलाई है। माना जा रहा है कि ऑनलाइन अटेंडेंस के आदेश पर सख्ती से अमल कराने के निर्देश दिए जा सकते हैं।
उत्तर प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र में गुणवत्ता को बढ़ाने हेतु शिक्षक, शिक्षामित्रों एवं कर्मचारियों को स्कूल में वक्त पर पहुँचने और डिजिटली उपस्थिति दर्ज करवाने का आदेश दिया गया है। तब से उत्तर प्रदेश के जिलों में शिक्षा क्षेत्र का माहौल गरमाया हुआ है। कई जगह शिक्षक कर्मचारी बाजू पर काली पट्टी बाँधकर काम पर जा रहे है। बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी और सरकार के निर्णय के खिलाफ विरोध जारी है। ऐसे में बीसीए अधिकारी ने साफ़ कर दिया था की 8 जुलाई से किसी भी प्रकार से डिजिटल उपस्थिति दर्शाने में लापरवाही बरती जाने पर उचित करवाई की जाएगी। बीसीए के विरोध में निकले बाराबंकी के शिक्षकों ने डिजिटल उपस्थिती के विरोध में अपनी उपस्थिती दायर नहीं की, जिसके बाद से बाराबंकी के बीसीए संतोष कुमार पांडेय ने सख्त रुख अपनाते हुए 11000 शिक्षकों का एक दिन का वेतन काट लिया है। इसी के साथ उन्होंने फिर एक बार चेतावनी दी है की यदि गुरुवार के दिन हाजिरी लगाने में किसी ने लापरवाही बरती तो उसपर विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। शिक्षकों का डिजिटल हाजिरी का विरोध: शिक्षकों का कहना है की डिजिटल हाजिरी लगाने के लिए स्कूल में समय से पहुंचकर उपस्थिति दिखने के आदेश बीसीए की तरफ से आए है, वरना शिक्षक की सम्पूर्ण दिवस का वेतन भी काटा जा सकता है। परन्तु कई शिक्षक दूर-दराज के इलाकों से रहते कठिनाइयों का सामना करते हुए स्कूल आते है, जिससे की स्कूल में देरी से पहुँचना संभव है। ऐसे में बीसीए को सख्ती नहीं दिखानी चाहिए और डिजिटल हाजिरी की इस व्यवस्था को नकारना चाहिए।
अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी
अब विभाग ने सख्त रुख अपना लिया है। बाराबंकी के बीएसए संतोष कुमार देव पांडेय ने ऑनलाइन ने डिजिटल हाजिरी दर्ज न कराने वाले शिक्षक,शिक्षामित्र और कर्मचारियों का तीन दिन का वेतन रोके जाने के आदेश जारी कर दिए हैं। यह भी चेतावनी दी है कि यदि गुरुवार से अटेंडेंस का ऑनलाइन दर्ज कराने में लापरवाही बरती गई तो विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरु कर दी जाएगी।