शमशाबाद, समृद्धि न्यूज। शमशाबाद क्षेत्र में किसानों द्वारा आलू गड़ाई की तैयारियां जोर शोर से शुरू कर दी गई हैं। इसके लिए जुताई मड़ाई का कार्य जोर पर है। फिलहाल किसानों को आलू गड़ाई के साथ डीएपी खाद की भी आवश्यकता है। वर्तमान में किसान डीएपी खाद के लिए नगर के सरकारी क्रय केंद् पर पिछले कई दिनों से भटक रहे हैं। अफसोस उन्हें खाद नहीं मिल पा रही। जिससे किसानों में रोष देखा जा रहा है। किसानों का कहना है जब उन्हें खाद की आवश्यकता है, तो उन्हें खाद नहीं मिल पा रही। भटकने वाले किसान जब अधिकारियों, कर्मचारियों से पूछते तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलता।
मंगलवार की सुबह किसान सरकारी क्रय केंद्र शमशाबाद में डीएपी खाद लेने के लिए पहुंचे। जब उन्हें खाद नसीब नहीं मिली, तो उन्होंने सरकारी महकमे को जिम्मेदार बताते हुए नाराजगी व्यक्त की। किसानों का कहना है कि15 सितंबर के बाद आलू गड़ाई की तैयारियां जोर-जोर से शुरू हो जाती हैं। वर्तमान में खेतों की जुताई मड़ाई से लेकर आलू गड़ाई का कार्य जोरों पर चल रहा। इसके लिए अधिकांश किसानों को डीएपी जैसी खाद के लिए सहकारी समितियों पर भटकते हुए देखा जा रहा है। किसानों का कहना है सरकारी केंद्र्र सोसायटी में डीएपी खाद नहीं है। वहीं ्राइवेट केंद्र्र पर डीएपी खाद के नाम पर गरीब किसानों का शोषण जरूर जारी है। ऐसे हालातों में किसानों को समझ नहीं आ रहा आखिर वे करें तो क्या करें। किसानों की माने तो कुछ समय पूर्व जिला कृषि अधिकारी द्वारा किसानों को आश्वस्त किया गया था जनपद में खाद की कोई कमी नहीं है। किसानों के अनुसार कृषि अधिकारियों के दावों की पोल उस वक्त खुल गई जब सहकारी समिति शमशाबाद में किसान डीएपी खाद के लिए पहुंचे, तो घंटों इंतजार करने के बावजूद भी जब उन्हें खाद नहीं मिली, तो उन्होंने कर्मचारियों से पूछना शुरू कर दिया। जिस पर उन्हें बताया गया उक्त क्रय केंद्र पर एक लंबे समय से खाद नहीं है। किसानों ऋषिपाल, लल्लू सिंह, राम लड़ैते, धर्मवीर, शैलेंद्र कुमार निवासी कटिया शमसाबाद के अलावा हाकिम सिंह, सर्वेश कुमार निवासी पहाड़पुर का कहना है डीएपी खाद के लिए पिछले कई दिनों से सरकारी केंद्र के चक्कर लगा रहे हैं पर उन्हें डीएपी खाद नही मिल रही है। किसानों का यह भी कहना था अगर समय से सोसायटी पर डीएपी खाद उपलब्ध नहीं कराई गई तो किसान आलू गड़ाई के कार्य में पिछड़ जाएगा। किसानों ने जिलाधिकारी से सरकारी क्रय केंद्रों नगला नान, मंझना, बेला सराय गजा, चिलसरा व शमसाबाद की सहकारी समिति पर अभिलंब डीएपी खाद उपलब्ध कराए जाने की मांग की।