- ATS ग्रुप ऑफ कंपनीज पर ED का छापा।
- जमीन के नाम पर 3400 करोड़ रुपए की धांधली।
- ED ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में केस दर्ज किया।
- कम दाम में ज्यादा मुनाफे के झांसा देकर धांधली
- नोएडा अथॉरिटी ने ED से तमाम जानकारी छिपाई।
- ED ने नोएडा ऑथोरिटी से ATS का ब्योरा मांगा था
- लेकिन नोएडा अथॉरिटी ने बिल्डर को तब सूचना लीक की थी।
- आज ED ने गीतांबर आनंद पर जबरदस्त छापे डाले
- नोएडा ऑथरिटी के तीन अधिकारी भी रडार पर हैं
- कुछ बड़े नौकरशाहों का पैसा ATS ग्रुप में लगा है।
ईडी (ED) ने आज एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ATS ग्रुप ऑफ कंपनीज (ATS Group of Companies) के खिलाफ छापेमारी की। यह कार्रवाई जमीन के नाम पर हुई कथित 3400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के संबंध में की गई है।
जांच एजेंसी के अनुसार, ATS ग्रुप ने निवेशकों को कम दाम में ज्यादा मुनाफे का झांसा देकर बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी की। इस मामले में नोएडा अथॉरिटी की भूमिक भी संदिग्ध पाई गई है। ED ने जब नोएडा अथॉरिटी से ATS ग्रुप का ब्योरा मांगा था, तो अथॉरिटी ने न केवल जानकारी छिपाई बल्कि बिल्डर को भी सूचना लीक कर दी। आज की कार्रवाई में ED ने ATS ग्रुप के प्रमुख गीतांबर आनंद के ठिकानों पर छापेमारी की। साथ ही, नोएडा अथॉरिटी के तीन वरिष्ठ अधिकारी भी जांच के दायरे में हैं। ED की इस कार्रवाई से न केवल ATS ग्रुप बल्कि नोएडा अथॉरिटी और कुछ वरिष्ठ अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। ED की यह कार्रवाई इस क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आने वाले दिनों में इस मामले में और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है।