नई इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी के बारे में सरकार ने कहा है कि ग्लोबल EV मैन्युफैक्चरर के E-व्हीकल सेक्टर में निवेश को आकर्षित करने के लिए इस पॉलिसी को डिज़ाइन किया गया है. वर्तमान में भारत इंपोर्टेड कारों पर उसकी कीमत के आधार पर 70-100 पर्सेंट तक इंपोर्ट टैक्स लगाता है.
एलन मस्क ने 2019 की शुरुआत में ही भारत में इंवेस्टमेंट की दिलचस्पी दिखाई थी. हालांकि, उन्होंने हाई इंपोर्ट टैक्स को लेकर आपत्ति जताई थी. अमेरिका में टेस्ला की सबसे सस्ती कार भारत में करीब 70 लाख रुपये में बिकती है. टेस्ला के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट पर 2 बिलियन डॉलर के निवेश की संभावना जताई जा रही है. ये माना जा रहा कि टेस्ला की टीम अपने प्रस्तावित प्लांट के लिए उपयुक्त जगह तलाशने के लिए कई राज्यों का दौरा कर सकती है टेस्ला के प्रमुख एलन मस्क अप्रैल महीने में भारत दौरे पर आ रहे हैं और इस दौरे के दौरान वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. ये माना जा रहा कि भारत के दौरे पर यहां वे निवेश योजना का खुलासा करने के साथ करने के साथ टेस्ला के नए प्लांट डालने की घोषणा कर सकते हैं.
सूत्रों के हवाले से बताया कि दुनिया के सबसे अमीर एलन मस्क अप्रैल महीने के 22 अप्रैल से शुरू हो रहे हफ्ते में भारत दौरे पर आयेंगे. इस दौरे के दौरान वे पीएम मोदी से मिलेंगे. इस मुलाकात के बाद वे अलग से भारत में अपने निवेश करने के प्लान का खुलासा करेंगे. ये दौरा बेहद गोपनीय है. प्रधानमंत्री कार्यालय और टेस्ला ने इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से इंकार किया है. हालांकि एलन मस्क के भारत दौरे के एजेंडे में बदलाव भी देखने को मिल सकता है. टेस्ला के अधिकारी इस महीने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स के लोकेशन को देखने के लिए भारत दौरे पर आ सकते हैं. टेस्ला के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट पर 2 बिलियन डॉलर के निवेश की संभावना जताई जा रही है. ये माना जा रहा कि टेस्ला की टीम अपने प्रस्तावित प्लांट के लिए उपयुक्त जगह तलाशने के लिए कई राज्यों का दौरा कर सकती है. महाराष्ट्र और गुजरात ने टेस्ला को अपने यहां फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन के साथ आकर्षक ऑफर दिए हैं. इसके अलावा तेलंगाना सरकार भी ईवी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट अपने यहां लाने के लिए बातचीत कर रही है. टेस्ला की टीम गुजरात, महाराष्ट्र और तमिलनाडु समेत कई राज्यों का दौरा कर सकती है. एलन मस्क ने भी टेस्ला की भारत में एंट्री के संकेत दिए हैं. भारत सरकार की नई ईवी पॉलिसी के एलान के बाद से ही भारत में टेस्ला की एंट्री के कयास तेज हो गए थे. सरकार ने नई ईवी पॉलिसी में देश में प्रोडक्शन पर निवेश करने वाली कंपनियों को छूट प्रदान की है. नई ईवी पॉलिसी में 50 करोड़ डॉलर से ज्यादा निवेश करने वाली कंपनियों को 5 साल के लिए 15 फीसदी कस्टम्स ड्यूटी का फायदा देने का की घोषणा की गई है. इसका फायदा उठाने के लिए उन्हें 3 साल के अंदर भारत में अपना प्लांट लगाना होगा. साथ ही 3 साल के अंदर 25 फीसदी और 5 साल में भारत में बने 50 फीसदी पार्ट्स इस्तेमाल करने होंगे. सरकार के इस प्रोत्साहन से देश में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे. सरकार ने हाल ही में नई इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी (EV Policy) का ऐलान किया है. इस पॉलिसी पर एलन मस्क की इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला (Tesla) समेत दुनियाभर की दिग्गज EV कंपनियों की नजर थी. सरकार ने एक निश्चित संख्या में EV या इलेक्ट्रिक व्हीकल के इंपोर्ट पर टैक्स में 85 पर्सेंट तक की कटौती की है. नई ईवी पॉलिसी में सबसे ज्यादा जोर फॉरिन इंवेस्टमेंट को भारत में लाने पर रहेगा. साथ ही भारत को ईवी टेक्नोलॉजी प्रोडक्शन में आगे बढ़ाने की कोशिश भी की जाएगी. इसमें विदेशी कंपनियों को कम से कम 4,150 करोड़ रुपये का इंवेस्टमेंट करना होगा.