20 दिन पहले जेल से बाहर आया सुंदर भाटी
फर्रुखाबाद: फर्रुखाबाद में स्पेशल जज (ईसी एक्ट) अनिल कुमार पर हमले को 16 दिन से अधिक हो चुके हैं. इसके बावजूद अलीगढ़ पुलिस को बदमाशों का कोई सुराग नहीं मिला है. खुद जज अनिल कुमार ने दावा किया है कि यह हमला नोएडा के कुख्यात गैंगस्टर सुंदर भाटी ने कराया है. उन्होंने पुलिस को हमलावरों की बोलेरो गाड़ी का नंबर भी बताया है. हालांकि पुलिस की जांच में यह नंबर फर्जी निकला है. अलीगढ़ पुलिस ने घटना स्थल एवं आसपास के क्षेत्र में सुंदर भाटी की लोकेशन ढूंढने की कोशिश की, लेकिन पुलिस के रडार पर अब तक सुंदर भाटी की कोई लोकेशन नहीं मिली है. अलीगढ़ में सीओ खैर राजीव द्विवेदी के मुताबिक पुलिस ने मामले को अज्ञात में दर्ज किया है, लेकिन जज अनिल कुमार द्वारा जताई गई आशंकाओं के आधार पर भी मामले की जांच कराई जा रही है. बदमाशों की पहचान और धरपकड़ के लिए कई टीमें गठित की गई है. इसमें कुछ टीमें मैन्यूअल सर्विलांस के आधार पर काम कर रहीं हैं तो बाकी टीमों को सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल फोन लोकेशन समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस पर लगाया गया है. उन्होंने उम्मीद जताई कि बहुत जल्द बदमाशों के बारे में कोई ठोस सुराग मिल सकता है.दरअसल जज अनिल कुमार चार साल पहले नोएडा की अदालत में एडिशनल सेशन जज के रूप में तैनात थे. उस समय लूट और हत्या के एक मामले में उन्होंने गैंगस्टर सुंदर भाटी और उसके गिरोह के ऋषिपाल सिंह, राज, योगेश, विकास पंडित, कालू भाटी, दिनेश भाटी, अनूप भाटी, यतेंद्र चौधरी, सोनू, बौबी, सुरेंद्र पंडित समेत 11 बदमाशों को आजीवन कारावास की सजा सुुनाई थी. सुंदर भाटी 20 दिन पहले ही प्रयागराज हाईकोर्ट ने उसे बरी किया है. घटना के बाद चार नवंबर को जिला जज के माध्यम से फर्रुखाबाद पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी को पत्र भेज कर उनकी व गौतमबुद्ध नगर में रह रहे परिवार की सुरक्षा की मांग की थी। पत्र भेजने के बावजूद अभी तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। खैर सीओ वरुण सिंह ने कहा कि 12 किलोमीटर की दूरी में 150 में से किसी भी सीसीटीवी में बदमाशों की गाड़ी नजर नहीं आई.