पहले गंगा एक्सप्रेस-वे, अब ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे को
छीनकर जनपद के साथ किया गया सौतेला व्यवहार
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। यह कहावत अब सच हो गयी है कि फर्रुखाबादी चूसें गन्ना, पिछले वर्ष मुख्यमंत्री आदित्य योगीनाथ ने चुनाव के दौरान घोषणा की थी कि दोबारा सरकार में आये तो सबसे पहले गंगा एक्सप्रेस-वे से फर्रुखाबाद से जोड़ते हुए कट दिया जायेगा। डेढ़ साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी गंगा एक्सप्रेस-वे का कट देने का सर्वे तक नहीं हुआ है। भाजपा के चुनावी वायदे में फर्रुखाबाद की जनता गन्ना जूसते रह गयी है, क्योंकि सांसद मुकेश राजपूत ने अपने निवास पर पत्रकार वार्ता में लंबी-लंबी डिगें मारते हुए कहा था कि गंगा एक्सप्रेस-वे के बदले में ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे हापुड़ से फर्रुखाबाद होकर निकलेगा। वह वह भी मैनपुरी चला गया है।
समाजवादी पार्टी के पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष बेचेलाल यादव ने बताया कि भाजपा की कथनी और करनी में बहुत अंतर है। वह सब छीनना जाहती है। देेने के नाम पर उसके पास कुछ नहीं है। सरकारी विभागों का प्राइवेटीकरण, पूंजीपतियों को और अमीर बनाना भाजपा का काम है। फर्रुखाबाद की जनता के साथ यह दूसरा विश्वासघात हुआ है। अब जनता चुनाव में बदला लेंगी।
समाजवादी लोहिया वाहिनी के पूर्व प्रदेश सचिव व जिला कार्यकारिणी के सदस्य देव सिंह यादव ने बताया फर्रुखाबाद के साथ सौतेला व्यवहार यहां के नेताओं की देन है। पहले गंगा एक्सप्रेस-वे छीना गया। अब ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे को छीना गया। इससे साफ स्पष्ट हो गया है कि जनपद में एक सांसद व चार विधायक विकास कराने में असहाय हैं और उनकी सरकार में नहीं चलती है।
भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के युवा जिलाध्यक्ष व प्रभारी नरेंद्र सिंह सोमवंशी ने कहा कि जनपद में कोई भी एक्सप्रेस-वे नहीं है। ऐसे में भाजपा नेता झूठ बोलकर राजनीति करते हैं। लोकसभा चुनाव में किसान यूनियन भाजपा का विरोध करेगी। जनपद में आज तक कोई उद्योग संबंधी कोई फैक्ट्री नहीं है और न ही कोई एक्सप्रेस-वे है। जो मिलता है वह भी छीन लिया जाता है।