नई दिल्ली: केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 के परिणामों के बारे में भ्रामक दावे करने के लिए कोचिंग संस्थान श्रीराम आईएएस पर 3 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।देश में ऐसे कोचिंग संस्थानों की कमी नहीं है, जो यूपीएससी की तैयारी कराते हैं और छात्रों को आईएएस-आईपीएस बनाने का दावा करते हैं. कुछ संस्थान तो ऐसे भी हैं, जो भ्रामक दावे करके छात्रों को गुमराह करते हैं. ऐसे ही एक आईएएस कोचिंग सेंटर पर जुर्माना लगाया गया है. दरअसल, केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 के रिजल्ट के बारे में भ्रामक दावों का विज्ञापन करने को लेकर श्रीराम आईएएस कोचिंग पर 3 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है.उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने अपने एक बयान में बताया कि ‘सीसीपीए ने दिल्ली के श्रीराम आईएएस कोचिंग संस्थान के खिलाफ कार्रवाई की है. संस्थान ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) 2022 के बारे में भ्रामक विज्ञापन दिया था, जो उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 2019 का उल्लंघन करता है’. मंत्रालय के मुताबिक, संस्थान ने दावा किया था कि श्रीराम आईएएस से 200 छात्रों का चयन यूपीएससी में हुआ है, जबकि असलियत में संस्थान से सिर्फ 171 उम्मीदवार ही चुने गए थे. मंत्रालय ने कहा कि कोचिंग पर जुर्माना लगाने का ये फैसला उपभोक्ताओं के अधिकारों की रक्षा के लिए किया गया है और यह सुनिश्चित करने के लिए फैसला लिया गया है कि किसी भी सामान या सेवा का गलत या भ्रामक विज्ञापन न किया जाए जो उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 2019 के प्रावधानों का उल्लंघन करता हो.
श्रीराम आईएएस ने क्या-क्या दावे किए थे?
- यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 में 200 से अधिक चयन
- हम भारत के नंबर 1 प्रतिष्ठित यूपीएससी/आईएएस कोचिंग संस्थान हैं