सावन में पांच सोमवार, पांच राजयोग और पांच योग का बन रहा संयोग
हिंदू धर्म में भगवान शिव की पूजा का बहुत महत्व माना जाता है. भगवान शिव स्वभाव से भोले और जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता माने जाते हैं. भगवान शिव की स्तुति करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और उनके सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं. सावन के पवित्र माह में भोलेनाथ की पूजा विशेष फलदायक मानी जाती है, इसलिए सावन के महीने में भक्तजन पूरी तरह से भोलेनाथ की भक्ति में रंग जाते हैं. सावन के महीने में सोमवार के दिन कुछ विशेष उपाय किए जाते हैं, मान्यता है कि ये उपाय बहुत प्रभावशाली होते हैं. इनको करने से भगवान शिव की कृपा से व्यक्ति के हर मनोरथ पूर्ण होते हैं.
पांच सोमवार
सावन के सोमवार के दिन किए जाने वाले कुछ विशेष उपाय
- मनोकामना पूर्ति के लिए उपाय
यह उपाय सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला माना जाता है. सावन में सोमवार के दिन शिवलिंग का जल से स्नान कराएं. अब शिवलिंग पर 5 बेलपत्र चढ़ाएं. बेलपत्र चढ़ाने के दौरान ही दूध और शहद से शिवलिंग का अभिषेक भी करते रहें. पूरी पूजा के दौरान ॐ नम: शिवाय मंत्र का जाप करते रहें. इस उपाय को सावन के सोमवार से शुरू करें. अगर संभव हो तो सावन के पहले सोमवार से ही इस उपाय को करना शुरू करें, और कम से कम 11 सोमवार तक लगातार यह उपाय करें.
- रोगों को दूर करने के लिए उपाय
अगर घर का कोई सदस्य काफी समय से बीमार चल रहा है और स्वास्थ्य लाभ नहीं हो पा रहा है, तो ऐसे सावन के महीने में बेलपत्र का यह उपाय आजमाएं. यह उपाय बहुत प्रभावशाली माना जाता है. इस उपाय को करने के लिए एक तांबे के लोटे में जल लें, और उसमें पीला चंदन डालें. अब इस लौटे में 108 बेलपत्रों को डाल दें. इसके बाद शिवलिंग पर जल चढ़ाते हुए एक एक करके बेलपत्र चढ़ाते रहें. इस दौरान ॐ नम: शिवाय मंत्र का जाप करते रहें. सच्चे मन और पूर्ण श्रद्धा से बीमार सदस्य के अच्छे स्वास्थ्य की प्रार्थना भोलेनाथ से करें. मान्यता है कि इस उपाय को करने से हर तरह के रोग जल्दी ही दूर हो जाते हैं और व्यक्ति स्वस्थ हो जाता है.
- ग्रह दोषों का निवारण करने के लिए उपाय
यदि आपकी कुंडली में कोई ग्रह दोष है तो इससे छुटकारा पाने के लिए, सावन के प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव को बेलपत्र अर्पित करें. बेलपत्र पर ग्रहों के अनुसार रंग लगाएं.
सूर्य के लिए- लाल रंग
चंद्रमा के लिए- सफेद
मंगल ग्रह के लिए – लाल रंग
बुध ग्रह के लिए – हरा रंग
गुरु ग्रह के लिए – पीला रंग
शुक्र ग्रह के लिए – सफेद रंग
शनि ग्रह के लिए- नीला रंग
राहु के लिए – काला रंग
केतु के लिए – नीला
अब इस बेलपत्र को शिवलिंग पर चढ़ाएं और भगवान शिव से प्रार्थना करें.