सभी आरोपियों की गिरफ्तारी व घर पर बुलडोजर चलाने की मांग पर अड़े थे
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। जमीनी विवाद में वृद्ध की हत्या के मामले में सभी आरोपियों की गिरफ्तारी व उनके घर पर बुलडोजर चलाने की मांग को लेकर तीसरे दिन भी परिजन दाह संस्कार करने को राजी नहीं हुए। इस दौरान फतेहगढ़ पुलिस के अलावा कई थाने की पुलिस शांति व्यवस्था बनी रहे इसको लेकर घाट पर मौजूद रही। पुलिस के काफी समझाने के बाद मंगलवार को शव का दाह संस्कार किया गया। 23 जुलाई को सुबह 8 बजे पिता बृजन्दन व भाई चंदन अपनी दुकान पर बैठे थे, तभी गांव के अनिरुद्ध उर्फ बौखा, समरे, अरविंद, गोविंद, सरविन्द, गोपाल पुत्रगण सुखपाल, रामवीर पुत्र कालीचरन, महेन्द्र सिंह, धीरेन्द्र सिंह पुत्रगण हरपाल सिंह, शिवेंद्र पुत्र शिवपाल सिंह व दो अज्ञात व्यक्ति अपने हाथों में धारदार हथियार व नाजायज असलाह लेकर एकराय होकर जान से मारने की नियत से फायरिंग व प्रहार कर दिया, तभी पिता-पुत्र अपनी जान बचाकर भागने का प्रयास किया। इसी दौरान आरोपियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की तथा कुल्हाड़ी तलवार एवं कांते से प्रहार कर दिया। पिता-पुत्र को जिंदा समझकर पुन: एकराय होकर गोलियां मारी। आरोपीगाण पिता बृजनंदन की जेब से 8800 रुपए छीन ले गये। मृतक के पुत्र त्रिपुरारी ने बताया कि अभियुक्तों ने 19 जुलाई को भी पिताा बृजनंदन पर जानलेवा हमला किया था और 3800 रुपए छीन लिए थे। जिसकी शिकायत की पर पुलिस प्रशासन ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। पीडि़त के मुताबिक यदि पुलिस उस घटना का मुकदमा दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करती तो मेरे पिता आज जीवित होते। आरोपीगण घटना को अंजाम देकर पुलिस चौकी सरह के सामने से हथियार लहराते हुए फरार हो गये थे और पुलिस देखती रही। पुलिस ने मृतक के पुत्र की तहरीर के आधार पर प्रधान सहित 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर अभी तक चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, लेकिन पीडि़त परिवार ने शव का दाह संस्कार यह बात कहकर मना कर दिया कि जब तक सभी आरोपियों की गिरफ्तारी व उनके घर पर बुलडोजर नहीं चलेगा तब तक शव ऐसा ही रखा रहेगा और शमसान घाट पर बर्फ लगाकर रख दिया। सोमवार को भी पुलिस ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन नहीं माने। पुलिस के आलाधिकारियों के आश्वासन पर मंगलवार अपरान्ह के बाद शव का दाह संस्कार कर दिया गया।