फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। ऑनलाइन मार्केट धीरे-धीरे लोगों के बीच अपनी जड़ें मजबूत करता जा रहा है। जिसका असर स्थानीय दुकानदारों पर पड़ रहा है। हालांकि दुकानदारों का कहना है कि उनकी बिक्री पर २० से लेकर ३० प्रतिशत तक की गिरावट आयी है।
आधुनिक युग में ऑनलाइन मार्केट की बात करें, तो यह मार्केट कोरोना काल में भलीभूत हुआ। तब से लेकर आज तक इस मार्केट में दिन पर दिन बढ़ोत्तरी होती जा रही है। लोगों का कहना है कि ऑनलाइन मार्केट में चीजें सस्ती मिल जाती हैं और घर बैठे मिल जाती है। यदि कोई चीज पसंद नहीं आती है, तो उसे रिटर्न भी किया जा सकता है। जबकि स्थानीय मार्केट में वह चीज इतने सस्ते दोमों पर नहीं मिलती। घुमना स्थित गारमेंट विक्रेता कपिल रस्तोगी का कहना है कि ऑनलाइन मार्केट से ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है, लेकिन २० से ३० प्रतिशत तक की गिरावट आयी है। उनका कहना है कि आगे आने वाले समय में ऑनलाइन मार्केट नुकसान पहुंचा सकता है। एक अन्य विक्रेता पंडित जी गारमेंट के दुकानदार रवी दीक्षित का कहना है कि कुछ को छोडक़र अधिकांश लोग स्थानीय मार्केट से आज भी खरीददारी करते हैं, क्योंकि उन्हें ऑनलाइन मार्केट पर विश्वास कम होता है। इसी तरह का जवाब अन्य दुकानदारों ने भी दिया। फिलहाल अमेजॉन, सॉप्सी, फिलिपकार्ट जैसी दिग्गज कंपनियों उपभोक्ताओं में अपनी पकड़ करने में लगी हुई हैं।