राजेपुर, समृद्धि न्यूज। प्रत्येक त्यौहार किसी न किसी उद्देश्य की पूर्ति का संदेश लेकर आता है जिसे समझे बिना उसे मनाना निरर्थक ही कहा जाएगा दीपावली भारतवर्ष का समृद्ध त्यौहार है इसे प्रकाश पर्व भी कहते हैं जो बाहर जगत को प्रकाशित करने से कहीं अधिक अंतर मन को प्रकाशित करने का संदेश देती है, अतः हम सभी को कटुता पाखंड रूपी अन्याय और असत्य के मूल में व्याप्त अज्ञान रूपी अंधकार को हटाकर ज्ञान रूपी प्रकाश से अंतर मन को प्रकाशित करना ही इस महा पर्व का मूल उद्देश्य है, एडीओ अजीत पाठक ने कहा कि हम सभी को सजग रहकर अपने कर्तव्य के प्रति सदैव सजग रहकर न्याय परोपकार और सदाचार के मार्ग का अनुसरण करना चाहिए, इससे एक साधारण व्यक्ति भी एक न एक दिन अति विशिष्ट बनकर शरवस्त लोकप्रिय बन सकता है, परंतु विडंबना है कि हम इन त्योहारों से कुछ भी सीखने की अपेक्षा विपरीत आचरण को ही आत्मसात करने की ओर निरंतर बढ़ रहे हैं आवश्यक है की पर्व को मानने और मनाने के साथ हम उनके मूल उद्देश्य से भी स्वयं को जोड़ने का प्रयास सतत रूप से करते रहें तभी इन त्योहारों की सार्थकता सिद्ध होगी,