पीलीभीत: पत्रकार सुमित सक्सेना पर खबरों के चलते मुकदमा दर्ज किए जाने का मामला प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया ने बेहद गंभीरता से लिया है. चेयरमैन जस्टिस रंजना प्रकाश देसाई ने जिला संवाददाता की शिकायत पर विचार करने के उपरांत टिप्पणी करते हुए कहा कि प्रकरण प्रेस की स्वतंत्रता पर अतिक्रमण/कुठाराघात का प्रतीत होता है. न्यायमूर्ति के निर्देश पर उत्तर प्रदेश सरकार के गृह सचिव, जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह व पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडेय सहित सात लोगों को नोटिस जारी किया गया है. प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया का नोटिस मिलते ही फर्जी मुकदमा लिखने वाले पुलिस व प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया की चेयरमैन जस्टिस रंजना प्रकाश देसाई के निर्देश पर पीसीआई के सचिव डॉ धीरज काकड़िया ने उत्तर प्रदेश शासन के गृह सचिव, जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडेय, स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ संगीता अनेजा, जिला महिला चिकित्सालय (संबद्ध स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय) के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजेश कुमार, कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक नरेश त्यागी, कोतवाली के उप निरीक्षक/विवेचक रमेश चंद्र शर्मा को भेजे नोटिस में दो सप्ताह के भीतर अपना लिखित वक्तव्य प्रस्तुत करने का आदेश दिया है.