फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। राजस्व निरीक्षक व लेखपाल पर मोटी रकम लेकर कूटरचित विरासत व बैनामा कर कराने का आरोप लगाकर सात लोगों के विरुद्ध न्यायालय में याचिका दायर की गई।ग्राम कक्योली निवासी छंगेलाल पुत्र रामफल ने न्यायालय में दायर की १५६(३) याचिका में दर्शाया कि वह पांच भाई है। पिता के चचेरे भाई मिश्री पुत्र हीरा की ३५ वर्ष पूर्व मौत हो चुकी है। उनकी कोई संतान नहीं थी। उनकी जमीन पर हम सब लोग उत्तराधिकारी है। उनकी कृषि भूमि खाता संख्या २८२ गाटा संख्या ९४८ मि0/१.२६३० हे0 स्थित ग्राम कक्योली परगना शमशाबाद पश्चिम तहसील कायमगंज में वतौर वारिस व विधिक उत्तराधिकारी लगातार कृषि कार्य करवाते चले आ रहे है। पड़ोसी श्रीकृष्ण, रामप्रसाद पुत्रगण जगराम व रामचन्द्र पुत्र प्यारेलाल ने क्षेत्रीय राजस्व निरीक्षक रामसिंह व लेखपाल पवन वीरपुर से सांठगांठ कर व मोटी रकम देकर राजस्व ग्राम/कोड में मेरे ताऊ मिश्री की बदलियत हीरा के नाम के स्थान पर कढ़ेर दिखाकर उपरोक्त कृषि भूमि में बतौर उत्तराधिकारी व वारिस में अपने नाम दर्ज करवा ली। राजस्व निरीक्षक रामसिंह द्वारा उपरोक्त को बतौर वारिस कृषि भूमि में अंकित किये जाने का आदेश १० जनवरी २०२३ को किया। राजस्व निरीक्षक व लेखपाल द्वारा ताऊ की मृत्यु १५ जनवरी २०१३ को होने की पुष्टि की गयी है। उक्त लोगों ने कूटरचित फर्जी बैनामा निष्पादिक करके राकेश कुमार पुत्र तेजपाल सिंह निवासी ग्राम कैलोरा जनपद हाथरस को पांच लाख रुपये में विक्रय कर दी। विक्रय पत्र पर गवाह नवाब सिंह पुत्र रामकिशन, महिपाल सिंह पुत्र केदार सिंह ने सब जानते हुए भी गवाही दी। १५ जनवरी को उक्त लोगों ने कब्जा करने की कोशिश की। मैने राजस्व निरीक्षक व लेखपाल बैनामा व विरासत के बारे में बताया कि उन्होंने सब ठीक हो जाने का आश्वासन दिया और लगातार टालमटोल करते रहे। २९ सितम्बर को उक्त लोगों ने धमकी दी कि कार्यवाही की तो तुम्हे व तुम्हारे भाईयों को जान से मारने की धमकी दी। पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई।