नीट-यूजी एग्जाम पेपर लीक मामले में सीबीआई का एक्शन जारी है. हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक को सीबीआई ने हिरासत में ले लिया है. एहसानुल हक को लेकर सीबीआई की टीम रांची रवाना हो गई है. उन्हें सीबीआई टीम रांची से पटना लेकर जा सकती है. सीबीआई की टीम ने प्रिंसिपल के आवास पर छापेमारी की थी. झारखंड पहुंची आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की टीम पहले एसबीआई बैंक गई थी, जिसके बाद उन्होंने ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल और नीट परीक्षा के जिला समन्वयक डॉ. एहसानुल हक से पूछताछ की थी. प्रिंसिपल एहसानुल हक ने कहा था कि परीक्षा के दिन 5 मई को प्रश्नपत्रों वाले एक बॉक्स पर लगा डिजिटल लॉक निर्धारित समय पर नहीं खुला था. बॉक्स को कटर से खोलना पड़ा था. एक बॉक्स मैनुअल लॉक के साथ आता है, जबकि दूसरा डिजिटल लॉक के साथ आता है. मैनुअल लॉक वाले बॉक्स के लिए एक चाबी और कटर है. इस प्रश्न पत्र के सीरियल नंबर की जांच से पता चला कि यह हजारीबाग के मंडई रोड में ओएसिस स्कूल स्थित एग्जाम सेंटर का है। इसी स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक नीट यूजी परीक्षा के लिए एनटीए की ओर से सिटी कोऑर्डिनेटर नियुक्त किए गए थे। उन्हें शहर के चार परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न पत्र पहुंचवाने और नियमों के अनुसार परीक्षा संपन्न कराने की जिम्मेदारी दी गई थी। सीबीआई की टीम ने बुधवार को एसबीआई के हजारीबाग स्थित उस ब्रांच के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले हैं, जहां प्रश्न पत्र रखे गए थे। यहां के अफसरों से भी पूछताछ की जा रही है। इसके पहले बिहार ईओयू की जांच में यह बात सामने आई थी कि हजारीबाग में प्रश्न पत्र कूरियर कंपनी के एक रिमोट एरिया स्थित सेंटर पर पहुंचे थे और इसके बाद प्रश्न पत्रों के ट्रंक बैंक तक ई-रिक्शा से पहुंचाए गए थे। बैंक में भी प्रश्न पत्रों को रिसीव करने से लेकर उनके रखरखाव में लापरवाही की बात कही जा रही है।