फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। कभी गंगाजी के कलरव की साक्षी रहीं शाहजी की विसरातें आज खंडहर में तब्दील होती जा रही हैं। लोगों ने यहां पर कंडे आदि पाथने शुरु कर दिये हैं। वहीं प्रशासन ने भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया।
जानकारी के अनुसार शहर से सटे गंगा किनारे टोंका घाट के निकट टटियन में बनीं शाहजी की विसरातों का मनोरम दृश्य कभी देखते ही बनता था। जहां दूर-दूर के व्यापारी व गंगा स्नान करने वाले भक्त आकर ठहरते थे। महिला व पुरुष दोनों की अलग-अलग नहाने की व्यवस्था थी। वहीं से सटे मोटे महादेव के नाम से प्रसिद्ध महादेव का मंदिर व अन्य मंदिर शोभायमान होते थे। आज से लगभग २० वर्ष पहले गंगाजी वहां से हटकर उत्तर दिशा में चली गयीं। तब से विसरातें लगातार खंडहर में तब्दील होती जा रही हैं। अब वहां के आसपास के वाशिंदों ने विसरातों पर कब्जा कर लिया है, जिसमें जानवर इत्यादि पाले जा रहे हैं, कंडे पाथे जा रहे हैं, भूसा भरा जा रहा है। लोगों का कहना है कि यदि सरकार चाहें, तो इनका जीर्णोंद्धार करके उनके अस्तित्व को बचाया जा सकता है।