NEET: शनिवार दोपहर 12 बजे तक जारी करें रिजल्ट: सुप्रीम कोर्ट

नीट पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हुई. 40 से अधिक याचिकाओं पर चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच ने सुनवाई की. इस दौरान चीफ जस्टिस ने कहा, अगर किसी ने पेपर लीक किया भी तो उसका मकसद सिर्फ नीट परीक्षाओं को बदनाम करने का नहीं, बल्कि पैसे कमाना का था, जो स्पष्ट है. पूरा देश नीट मामले पर सुनवाई का इंतजार कर रहा है. शनिवार दोपहर 12 बजे तक नीट रिजल्ट जारी करें. मामले में आगे की सुनवाई सोमवार सुबह 10.30 बजे से होगी.

  • सीजेआई ने पूछा, क्या गोधरा प्रभारी के पास से कोई हल किया हुआ प्रश्नपत्र बरामद हुआ था? एसजी ने कहा कि सब कुछ सील कर दिया गया और वापस ले लिया गया. 2 हजार 513 अभ्यर्थियों ने गोधरा के दो केंद्रों में परीक्षा दी थी. सीजेआई ने कहा कि ऐसा लगता है कि गलत काम केवल पटना और हजारीबाग में हुआ है. इसके बाद हमारे पास केवल आंकड़े ही बचे हैं. क्या हम केवल इसके आधार पर कोई परीक्षा रद्द कर सकते हैं?
  • SG ने कहा कि प्रश्न पत्र को प्रिंटिंग प्रेस से सेंटर तक पहुंचाने में सात स्तर की सिक्योरिटी थी, जिसको जीपीएस के जरिए भी ट्रैक किया गया था. इस परीक्षा मे दो प्रश्न पत्र थे इसलिए दो प्रिंटिंग प्रेस के द्वारा छपाई कराई गई. SG ने बताया कि CBI ने प्रिंटर से लेकर सेंटर तक की पूरी चेन की जांच की है, जिसमें सीलिंग कैसे हुई? GPS ट्रैकिंग कैसे हुई? डिजिटल लॉकर कैसे हैं? इसकी जानकारी दे दी गई है.
  • CJI ने कहा कि क्या यह लीक का संकेत हो सकता है? याचिकाकर्ता का दावा प्राइवेट कोरियर कंपनी के जरिए पेपर शहरों में भेजे गए. 571 शहरों के SBI और केनरा बैंक में भेजा गया. कोरियर के भेजने और बैंक तक पहुंचने में नौ दिनों का समय लगा.
  • SG ने कहा 700 से 720 अंक पाने वाले छात्रों में पिछले साल भी बढ़ोतरी हुई थी. याचिकाकर्ताओं की ओर से कहा गया कि 550 से 720 अंक हासिल करने वाले उम्मीदवारों की संख्या पांच गुना है.
  • 2023 में 20 लाख से ज्यादा छात्र परीक्षा में शामिल हुए जबकि 2024 में 23 लाख 33 हजार छात्र शामिल हुए. CJI ने कहा कि देखने से लगता है कि 2022-24 के बीच उम्मीदवारों की संख्या में करीब 33% की वृद्धि हुई. याचिकाकर्ताओं ने यह दावा किया कि NTA का यह बयान गलत है, जिसमें उन्होंने पिछले साल की तुलना मे पाठ्यक्रम कम था.
  • CJI ने याचिकाकर्ता से कहा कि आपको बताना है कि पेपर लिक हुआ या नहीं, आप हमें कुछ ठोस आधार दें. याचिकाकर्ताओं की ओर से कहा गया 550 से 720 अंक पाने वाले छात्रों की संख्या में 77 हजार की वृद्धि हुई है. CJI ने पूछा कि 2022 में कितने छात्र परीक्षा में शामिल हुए? याचिकाकर्ताओं ने कहा कि 17 लाख 54 से ज्यादा छात्रों ने परीक्षा में शामिल हुए.
  • NTA ने बताया कि इन नए रजिस्ट्रेशन में से लगभग 12 हजार छात्र परीक्षा में असफल रहे. इन नए रजिस्ट्रेशन का उद्देश्य किसी व्यक्ति विशेष की मदद करना नहीं था, बल्कि यह छात्रों के हित में उठाया गया कदम था.
  • CJI ने NTA से पूछा कि दो दिन के लिए फिर से फॉर्म भरने के लिए खोले गए नए विंडो के लिए समय क्यों दिया गया? SG ने कहा कि तीन हजार फिजिकल और 900 मेल के जरिए अर्जी मिली, जिसमें लोगों ने कहा था कि तकनीकी वजह से वो फॉर्म नहीं भर पाए इसलिए यह विंडो खोला गया. इन दो दिनों मे 15 हजार 85 लोगो ने फार्म भरा. इसमें केवल 44 लोग ही एक लाख 8 हजार लोगों में आ पाएं हैं.
  • लंच के बाद सुनवाई के दौरान CJI ने NTA के वकील SG तुषार मेहता से राजस्थान हाईकोर्ट के उस आदेश के बारे में पूछा, जिसका हवाला देते हुए NTA ने नए आवेदनों के लिए नई विंडो खोलने का आदेश दिया था. SG ने कहा कि हमें लगभग 15 हजार नए आवेदन प्राप्त हुए थे. इन नए 15,094 छात्रों में से, एक लाख आठ हजार मेरिट वाले छात्रो की संख्या में प्रवेश पाने वाले केवल 44 थे.
  • सही प्रक्रिया तो यही थी कि इस प्रक्रिया को 1 लाख 8 हजार लोगों पर लागू किया जाता. IIT मद्रास की रिपोर्ट पर भरोसा नहीं कर सकते. याचिकाकर्ता ने कहा की IIT मद्रास की रिपोर्ट पर भरोसा नही कर सकते. CJI ने पूछा कि क्या IIT मद्रास में काम करने वाला कोई NTA का पार्ट है. SG ने कहा की वर्तमान में काम करने वाला कोई नहीं है.
  • वहीं, याचिकाकर्ता ने कहा कि IIT मद्रास का एक निदेशक NTA के गवर्निंग बॉडी में है. याचिकाकर्ताओं की ओर से कहा गया कि अगर 23 लाख लोगों के लिए डेटा एनालिटिक्स करना है तो किस स्टेज पर किया जाएगा? अगर 10 हजार या 20 हजार छात्रों को इसमें घुसा दिए गए हैं तो आप कोई गड़बड़ी नहीं पकड़ सकते.
  • CJI ने पूछा कि NTA की भूमिका IIT-JEE में क्या भूमिका है. SG ने बताया कि कोई भूमिका नहीं है. IIT JEE का पूर्व डायरेक्टर NTA का सदस्य है. CJI ने जब आप कहते हैं कि IIT का पूर्व डायरेक्टर NTA की गवर्निंग बॉडी के पदेन सदस्य हैं. SG ने कहा परीक्षा के संचालन में गवर्निंग बॉडी की कोई भूमिका नहीं होती.
  • CJI ने याचिकाकर्ता को कहा कि आप हमें इस बात के लिए संतुष्ट करिए की पेपर लीक सुनियोजित और बड़े पैमाने पर हुआ. परीक्षा रद्द होनी चाहिए. दूसरी इस मामले में जांच की दिशा क्या होना चाहिए वो भी हमें बताएं, उसके बाद हम SG को सुनेंगे, CJI ने पूछा सरकारी कॉलेजों में कितनी सीट है?
  • याचिकाकर्ता के वकील संजय हेगड़े ने कहा कि मैं ऐसे व्यक्ति का प्रतिनिधित्व करता हूं, जो दोबारा परीक्षा चाहता है.
  • SG ने कहा कि 131 छात्र दोबारा परीक्षा चाहते है जबकि 254 छात्र दोबारा परीक्षा के खिलाफ हैं. 131 छात्र ऐसे हैं जो 1 लाख 8 हजार के अंदर नहीं आते हैं, जो दोबारा परीक्षा चाहते हैं और 254 छात्र ऐसे हैं जो 1 लाख 8 हजार के अंदर आते हैं और जो दोबारा परीक्षा का विरोध कर रहे हैं.
  • CJI ने याचिकाकर्ताओ से कहा कि पहले फैक्ट्स पर बात करें. 1 लाख 8 हजार में से कितने याचिकाकर्ता है?.CJI ने पूछा इस मामले में सबसे कम अंक पाने वाले छात्र जो सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ता है उनका अंक कितना है?
  • CJI ने पूछा कि एक लाख आठ हजार में कितने छात्र हैं जो दोबारा परीक्षा की मांग कर रहे हैं. कोर्ट ने पूछा कि जो 108 अभ्यर्थी सुप्रीम कोर्ट आए हैं, उनमें से कितने 1 लाख 8 हजार में से है?. CJI ने कहा कि अगर 1 लाख 8 हजार लोगों को एडमिशन मिलता है बाकी 22 लाख लोगों को दाखिला नहीं मिलता तो इसका मतलब ये तो नहीं कि पूरी परीक्षा को रद्द कर दिया जाए?
  • CJI ने कहा कि इस मामले में जांच जारी हैं और CBI ने जो हमें बताया है अगर वो सार्वजनिक होता है तो इसमे शामिल लोग जांच को लेकर सावधान हो जाएंगे. याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि 56 हजार सीटें है. CJI ने पूछा कि क्या आपके हिसाब से कुछ लोग एक लाख आठ हजार के केटेगरी में आ गए है?
  • एसजी ने कहा कि याचिका दायर करने वाले छात्रों में उन छात्रों की संख्या ज्यादा है जो दोबारा परीक्षा नहीं चाहते.
  • सीजेआई ने कहा कि आपकी दलील है कि सिस्टमैटिक लीक है, अगर ऐसा हुआ तो हम नए सिरे से परीक्षा कराएंगे.
  • सीजेआई को बताया गया कि महज 1.08 लाख दोबारा एग्जाम चाहते हैं और 22 लाख नहीं. कुल 38 याचिकाएं हैं जिनमें एनटीए की ट्रांसफर याचिकाएं भी हैं. सीजेआई ने कहा कि हमें ये बताएं कि कितने छात्रों ने कोर्ट में याचिका दायर की है. याचिकाकर्ता के वकीलों ने कहा कि हमारे साथ 1.08 लाख छात्र हैं. जजों ने कहा कि यह कैसे स्पष्ट करेंगे. सीजेआई ने याचिकाकर्ताओं के वकीलों से कहा कि कौन से ऐसे छात्र हैं, जिनको न्यूनतम अंक मिले हैं. हमें लंच के बाद बताएं.
  • एसजी ने कहा कि CBI ने दूसरी स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की है. सीजेआई ने कहा कि हमने देख ली है. याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि सीबीआई की स्टेटस रिपोर्ट हमें मिलनी चाहिए. सीजेआई ने कहा कि सीबीआई ने कहा कि हमने जांच को सार्वजनिक कर दिया तो आगे की लीड नहीं मिलेगी.
  • सीजेआई ने कहा कि 1 से 7 तक मामले बाद में सुनेंगे. एसजी तुषार मेहता ने कहा कि नीट पर कल सुनवाई कर लें. कुछ और दस्तावेज देने हैं. इस पर सीजेआई ने कहा कि नहीं, आज ही सुनेंगे. पूरा देश नीट मामले पर सुनवाई का इंतजार कर रहा है. सीजेआई ने अन्य वकीलों को नीट-यूजी मामले पर सुनवाई के बाद आने को कहा. सीजेआई ने पूछा पहले कौन दलीलें पेश करेगा?
  • सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने नोडल काउंसिल के बारे में पूछा. सीजेआई ने कहा कि एक-एक दस्तावेज दोनों पक्ष की तरफ से दाखिल किए जाएं.

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