हैवानियत:? अकेले 200 महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने वाले को दी गई सरेआम फांसी

तेहरानः कई महिलाओं के साथ दुष्कर्म करने के दोषी एक ईरानी शख्स को सार्वजनिक रूप से फांसी दी गई। सुप्रीम कोर्ट द्वारा अक्टूबर में मोहम्मद अली सलामत की मौत की सजा की पुष्टि किए जाने के बाद यह कदम उठाया गया। उसे मंगलवार सुबह हमीदान में मौत की सजा दी गई। ईरान में एक हैवान ने अकेले 200 से अधिक महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। पीड़ित महिलाओं के अनुसार आरोपी दवा बेचने का काम करता था। वह जिम संचालक भी था। जिन 200 महिलाओं के साथ आरोपी ने दुष्कर्म किया, वह या तो इसके पास दवा लेने आने के चलते संपर्क में आई या फिर जिम में एक्सरसाइज करने आती थीं। अब इसे सार्वजनिक रूप से फांसी पर लटका दिया गया है। जानकारी के अनुसार दोषी व्यक्ति पिछले दो दशक में अलग-अलग महिलाओं से दोस्ती करके दुष्कर्म करता आ रहा था। कुछ ही वर्षों में इसने 200 से ज्यादा महिलाओं को अपनी हवश का शिकार बना डाला। आशंका है कि इसने कई और महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया, लेकिन काफी महिलाओं ने शिकायत ही नहीं की होगी। 200 महिलाओं की शिकायत पर दुष्कर्म के दोषी इस ईरानी व्यक्ति को सार्वजनिक रूप से फांसी पर लटका दिया गया। ईरान के सरकारी मीडिया ने बुधवार को यह जानकारी दी।

  • 2005 में ईरान ने 20 बच्चों के साथ दुष्कर्म करने और उनकी हत्या करने वाले 24 वर्षीय व्यक्ति को सार्वजनिक रूप से फांसी पर लटका दिया था।
  • 1997 में अधिकारियों ने तेहरान में नौ लड़कियों और महिलाओं के अपहरण, दुष्कर्म और हत्या के लिए 28 वर्षीय एक व्यक्ति को फांसी दे दी थी।
  • संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने सितंबर में कहा था कि ईरान फांसी देने वाले दुनिया के शीर्ष देशों में से एक है। 

देश के उच्चतम न्यायालय ने अक्टूबर की शुरुआत में मोहम्मद अली सलामत की मौत की सजा बरकरार रखी थी, जिसके बाद उसे फांसी दे दी गयी। उसे मंगलवार सुबह पश्चिमी हमेदान शहर में एक कब्रिस्तान में मौत की सजा दी गयी। करीब 200 महिलाओं ने दवा की दुकान और एक जिम चलाने वाले 43 वर्षीय सलामत पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। ऐसा आरोप था कि उसने पिछले 20 वर्ष में कई अपराधों को अंजाम दिया। कई मामलों में सलामत ने महिलाओं को शादी का प्रस्ताव देने के बाद या प्रेम प्रसंग के दौरान उनका दुष्कर्म किया।

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